
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण चर्चा की जिसमें उन्होंने केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री piyush goyal के साथ जमीनी स्तर पर काम कर रहे किसानों की चिंताओं पर बात की। इस चर्चा का मुख्य फोकस एचडी बर्ले तंबाकू की खरीद के साथ-साथ कई अन्य कृषि संबंधित मुद्दों पर रहा।
महत्वपूर्ण बात यह है कि मुख्यमंत्री नायडू ने बताया कि एचडी बर्ले और व्हाइट बर्ले तंबाकू की फसले इस बार बहुत कठिनाई में हैं। कीमतों में गिरावट ने किसानों की स्थिति को और भी खराब कर दिया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इस परेशानी का समाधान निकालने के लिए पहले ही खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस संबंध में 20 मिलियन किलोग्राम तंबाकू खरीदने का निर्णय लिया गया है, जिसके लिए लगभग 300 करोड़ रुपये की रकम की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने इसके लिए तंबाकू बोर्ड से 150 करोड़ रुपये की सहायता की मांग की। उन्होंने कहा, “तंबाकू की फसल इस वर्ष 1.31 लाख हेक्टेयर में की गई है जो कि पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय मांग में कमी ने किसानों को काफी प्रभावित किया है।”
इसके साथ ही, नायडू ने केंद्रीय मंत्री को यह भी बताया कि कच्चे पाम तेल पर आयात शुल्क में कटौती से घरेलू किसानों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि इससे पाम ऑइल किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि पुराने शुल्क ढांचे को बनाए रखा जाए ताकि राष्ट्रीय तेल मिशन के लक्ष्यों को पूरा किया जा सके।
आंध्र प्रदेश में 8 लाख मछली पालकों ने भी इस चर्चा में अपनी चिंताओं को रखा। यूएस द्वारा aqua उत्पादों पर लगाए गए 27% टैरिफ ने इन किसानों के लिए समस्याएँ खड़ी कर दी हैं। नायडू ने केंद्र से अनुरोध किया कि वह अमेरिका के अधिकारियों के साथ बातचीत करे ताकि इस टैरिफ को कम किया जा सके।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने आम के गूदे पर GST को 12% से घटाकर 5% करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि आम के जेली पर पहले से ही 5% GST है और इसे आम के गूदे पर भी लगाया जाना चाहिए। इससे न केवल आम के किसानों को फायदा होगा, बल्कि गूदे की उद्योग को भी मदद मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री piyush goyal ने मुख्यमंत्री के अनुरोधों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और आश्वासन दिया कि तंबाकू, पाम ऑइल और आम की खेती से जुड़े किसानों की मदद के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। यह चर्चा आंध्र प्रदेश के किसानों के संकट को हल करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
चूंकि आंध्र प्रदेश के किसान कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, यह आवश्यक है कि सरकार और अन्य संबद्ध संस्थाएँ मिलकर उन्हें समर्थन प्रदान करें। सरकार के इन प्रयासों से उम्मीद है कि किसानों की स्थिति में सुधार होगा और वे फिर से अपनी फसल के उचित मूल्य प्राप्त कर सकेंगे।
आंध्र प्रदेश के तंबाकू किसानों की स्थिति पर यह चर्चा केवल एक छोटी सी झलक है कि कैसे किसान समाज को समर्थन और सहायता की आवश्यकता है। इसके लिए हमें सरकार से सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि हम अपने किसानों को एक बेहतर भविष्य दे सकें।