
हैदराबाद, 15 जून (मैक्सिम न्यूज़): आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों (EBC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उच्च जाति निर्धन संघों के JAC अध्यक्ष, वल्लापुरी रेड्डी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री A. रेवंथ रेड्डी से राज्य में एक ईबीसी आयोग स्थापित करने की अपील की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कदम ऊँची जातियों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की विकासात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
रविंदर रेड्डी ने हाल ही में मुख्यमंत्री से उनके निवास पर मुलाकात की और ईबीसी आयोग के गठन के लिए एक औपचारिक ज्ञापन प्रस्तुत किया। उन्होंने यह भी कहा कि एक ईबीसी मंत्रालय और एक विशेष वित्त निगम का गठन होना चाहिए, ताकि ईबीसी समुदायों के लिए विकास और कल्याण की योजनाएँ सुनिश्चित की जा सकें।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान में जो कल्याणकारी कार्यक्रम अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और पिछड़ी जातियों (BC) के समुदायों को लाभ पहुंचा रहे हैं, उन्हें ऊँची जातियों के गरीबों तक भी विस्तारित किया जाना चाहिए।
बैठक के बाद एक सार्वजनिक बयान में, उन्होंने साझा किया कि मुख्यमंत्री ने उनकी अपील का सकारात्मक जवाब दिया और आश्वासन दिया कि ईबीसी निगम की स्थापना के लिए आवश्यक कदम जल्द उठाए जाएंगे।
यह मांग ऐसे समय में उठाई गई है जब समावेशी कल्याण नीतियों की बढ़ती आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि कोई भी आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग पीछे न रह जाए। ईबीसी आयोग की स्थापना ऊँची जाति में गरीबों के उत्थान के लिए केंद्रित नीतियों और लक्षित योजनाओं की दिशा में पहला कदम हो सकती है।
तेलंगाना में ईबीसी आयोग के गठन की आवश्यकता की बात करते हुए वल्लापुरी रेड्डी ने कहा कि इस तरह के आयोग से न केवल ऊँची जातियों के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को लाभ होगा, बल्कि इससे समग्र विकास में भी मदद मिलेगी।
समाज में बढ़ती असमानता और विकास के असमान वितरण को देखते हुए, यह कदम और भी जरूरी हो जाता है। यदि सरकार ईबीसी आयोग के माध्यम से विशेष ध्यान देती है, तो इससे इस वर्ग के लोगों की बेहतर भलाई सुनिश्चित की जा सकती है।
रविंदर रेड्डी के अनुसार, यह एक महत्वपूर्ण पहल है जो विभिन्न समुदायों में समानता लाने की दिशा में एक ठोस कदम होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि इस मांग को गंभीरता से लिया जाए और शीघ्र कार्यवाही की जाए।
सरकार द्वारा इस संबंध में उठाए गए कदम न केवल ऊँची जातियों के गरीबों के लिए असरदार होंगे, बल्कि इससे राज्य का समग्र विकास और सामाजिक समरसता भी बढ़ेगी।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएँ और नीतियाँ बहुत आवश्यक हैं। ईबीसी आयोग का गठन इस दिशा में बेहद प्रभावशाली साबित हो सकता है।
वर्तमान समय में, जब हर किसी को अपनी अधिकारों की पहचान करना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता बन गया है, ऐसे में ईबीसी आयोग का गठन अपनी महत्ता रखता है। इस कदम से न सिर्फ नीति निर्धारण में सुधार होगा, बल्कि इससे राज्य के आर्थिक विकास में भी तेजी आएगी।
उम्मीद है कि सरकार वल्लापुरी रेड्डी की इस मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देगी और जल्द ही ईबीसी आयोग का गठन करेगी। यह न सिर्फ ऊँची जातियों के गरीबों के लिए, बल्कि सम्पूर्ण समाज के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त करेगा।