
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद के नवनिर्मित वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 11वें एशियन एक्वाटिक्स चैंपियनशिप का उद्घाटन किया। खेल राज्य मंत्री हर्ष संघवी भी इस समारोह में मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने 200-मीटर फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता के विजेताओं को पदक प्रदान किए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने मजबूत खेल संस्कृति और विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित किया है।
हॉकी एशिया कप, पैरा एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप जैसे आयोजनों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश अब बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है।
मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर को याद किया। उन्होंने बताया कि वीर सावरकर एक कुशल तैराक भी थे। ब्रिटिश कैद से बचने के लिए उन्होंने जहाज से समुद्र में छलांग लगाई और फ्रांस तक तैरकर पहुंचे।
उन्होंने कहा कि इस आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और आज की एक्वाटिक्स प्रतियोगिता का नाम सावरकरजी के नाम पर रखना उनके अद्वितीय तैराकी कौशल के प्रति सही श्रद्धांजलि है।
29 देशों के एथलीटों का विश्व विरासत शहर अहमदाबाद में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने भारत के एक्वाटिक्स के साथ लंबे और गौरवशाली संबंधों पर प्रकाश डाला।
1948 के लंदन ओलंपिक से लेकर आज तक भारतीय तैराक लगातार वैश्विक प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व करते आए हैं। उन्होंने देश के श्रेष्ठ तैराकों के उत्कृष्ट योगदान की सराहना भी की।
मुख्यमंत्री ने गर्व व्यक्त किया कि गुजरात को 11वें एशियन एक्वाटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी का दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में पिछले एक दशक में भारत के खेल क्षेत्र में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है।
उन्होंने कहा कि यह युवा एथलीटों के लिए सबसे आशाजनक दौर है, जब उनके सामने अवसरों की भरमार है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय खेल नीति आकार ले रही है और जमीनी स्तर से ओलंपिक स्तर तक एक व्यापक पारिस्थितिकी तंत्र बनाया जा रहा है।
इसके परिणामस्वरूप खेल प्रतिभा को सही मंच मिल रहे हैं, जिससे भारत विश्वस्तरीय एथलीट तैयार कर पा रहा है।
हाल ही में संसद सत्र में केंद्र सरकार ने एथलीटों के पक्ष में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025 और एंटी-डोपिंग संशोधन विधेयक 2025 पारित किए हैं।
देश की सर्वश्रेष्ठ खेल सुविधाएं उपलब्ध होने से भारतीय एथलीट अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, नए रिकॉर्ड बना रहे हैं और अधिक पदक जीत रहे हैं। भारतीय एथलीटों ने पैरालंपिक में भी शानदार प्रदर्शन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने के लिए प्रधानमंत्री ने ‘खेलो इंडिया’ और ‘फिट इंडिया’ अभियान शुरू किए। आज देश के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, कंडीशनिंग और अभ्यास की सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
भारत ने सभी प्रकार की विश्व खेल प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने की क्षमता साबित कर दी है। हाल ही में एशियाई खेल 2029 के लिए आवेदन दिया गया है, जबकि 2036 ओलंपिक के लिए भी सही दिशा में तैयारियां चल रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि 2029 में अहमदाबाद पुलिस और अग्निशमन कर्मियों की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी करेगा।
राज्य में खेल बुनियादी ढांचे के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में गुजरात में खेल सुविधाएं लगातार विकसित हुई हैं। गुजरात में एक्वाटिक्स खेल बुनियादी ढांचे के विकास और इसके एथलीटों की कड़ी मेहनत के कारण राज्य के खिलाड़ी एक्वाटिक्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गुजरात के सफल तैराकों की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में गुजरात के 73 एथलीटों ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 38 स्वर्ण, 54 रजत और 46 कांस्य पदक जीतकर राज्य का गौरव बढ़ाया है।
मुख्यमंत्री ने यह भी साझा किया कि अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम के पास 233 एकड़ में विश्वस्तरीय सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव विकसित किया जा रहा है, साथ ही दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए पैरा एथलीट हाई-परफॉर्मेंस सेंटर भी बनाया जा रहा है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि ये पहल एथलीटों को शीर्ष स्तरीय खेल बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती हैं।
मुख्यमंत्री ने दुनिया भर के एथलीटों को राज्य में चल रहे शक्ति पर्व नवरात्रि उत्सव का अनुभव करने के लिए भी आमंत्रित किया।
खेल राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में कहा कि यह पूरे राज्य के लिए गर्व का क्षण है कि गुजरात को एशियन एक्वाटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी का दायित्व सौंपा गया है। यह पहली बार है जब यह प्रतिष्ठित आयोजन भारत में हो रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री की गतिशील नेतृत्व में गुजरात धीरे-धीरे एक खेल केंद्र के रूप में उभर रहा है।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि विश्व के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम, सरदार पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव और वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स जैसी प्रतिष्ठित सुविधाएं ऐसे स्थल हैं जहां अनगिनत एथलीट अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने गुजरात के एथलीटों की अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उल्लेखनीय उपलब्धियों की सराहना की, जिन्होंने राज्य को वैश्विक पहचान और गौरव दिलाया है। उन्होंने कहा कि यह चैंपियनशिप 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स और 2036 ओलंपिक खेलों के लिए गुजरात की दावेदारी को मजबूत करती है।
उन्होंने एथलीटों से गुजरात को राष्ट्र का खेल केंद्र बनाने की दृष्टि में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने 29 देशों के 1100 से अधिक एथलीटों, कोचों और प्रतिनिधियों को दुनिया के सबसे लंबे नृत्य उत्सव गरबा में भाग लेकर गुजरात की सांस्कृतिक जीवंतता का अनुभव करने का निमंत्रण भी दिया।
उल्लेखनीय है कि यह चैंपियनशिप 11 अक्टूबर तक जारी रहेगी। उद्घाटन समारोह में एक सुंदर लाइट एंड साउंड शो के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए, जिन्होंने दर्शकों का मनोरंजन किया। प्रतियोगिता की शुरुआत अधिकारियों और खिलाड़ियों के मार्च-इन के साथ हुई।
स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आर.एन. जयप्रकाश ने स्वागत भाषण दिया और उद्घाटन समारोह में सभी का अभिवादन किया। एशिया एक्वाटिक्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विरेंद्र नानावती ने इस अवसर पर एशिया एक्वाटिक्स के अध्यक्ष की बधाई संदेश प्रस्तुत किया।