8 जानलेवा लीवर लक्षण जिन्हें कभी नज़रअंदाज़ न करें — liver failure symptoms

Liver Failure Symptoms
लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा और बेहद ज़रूरी अंग है, जो टॉक्सिन (विषैले पदार्थ) निकालकर शरीर को साफ रखता है। लेकिन जब यह कमजोर या क्षतिग्रस्त होने लगता है, तो इसके संकेत धीरे-धीरे नज़र आते हैं। शुरुआत में हल्का दर्द, थकान या भूख कम लगना दिख सकता है, लेकिन जैसे-जैसे स्थिति बिगड़ती है, गंभीर लक्षण उभरने लगते हैं।
आइए जानते हैं लिवर फेल होने के 8 प्रमुख संकेत, जिन पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।
पेट में सूजन या दर्द (Ascites)
जब लिवर सिरोसिस या अन्य बीमारी के कारण सही से काम नहीं करता, तो पेट में तरल भरने लगता है जिसे Ascites कहा जाता है। इससे पेट फूला हुआ, भारी या दर्दयुक्त महसूस हो सकता है।
क्या करें:
- नमक सीमित करें: प्रोसेस्ड और ज्यादा नमक वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
- पर्याप्त पानी पिएं: ताकि शरीर से टॉक्सिन बाहर निकल सकें।
- हल्की एक्सरसाइज करें: रोज़ाना टहलना या योग फायदेमंद है।
- आयुर्वेदिक उपाय: पुनर्नवा और त्रिफला सूजन घटाने में सहायक मानी जाती हैं।
- डॉक्टरी सलाह लें: अगर पेट बहुत ज़्यादा फूला हुआ हो या सांस लेने में दिक्कत हो
लगातार थकान और कमजोरी (Chronic Fatigue)
जब लिवर टॉक्सिन साफ नहीं कर पाता, तो शरीर में ज़हर जमा होने लगता है जिससे हमेशा थकावट रहती है और काम करने की ऊर्जा घट जाती है।
क्या करें:
- रोज़ 7–8 घंटे की नींद लें।
- शराब और कैफीन से दूरी रखें।
- ताज़ा फल, सब्जियाँ, दाल और साबुत अनाज खाएं।
- ध्यान, प्राणायाम या हल्का योग करें ताकि तनाव कम हो।
खुजली या त्वचा में जलन (Itchy Skin)
लिवर की गड़बड़ी के कारण पित्त लवण (bile salts) खून में बढ़ जाते हैं, जिससे त्वचा में खुजली, जलन या चिड़चिड़ापन महसूस होता है।
उपाय:
- गर्म पानी की जगह गुनगुना स्नान करें।
- बिना खुशबू वाले मॉइस्चराइज़र या नारियल तेल लगाएं।
- सूती, ढीले कपड़े पहनें।
- लगातार खुजली रहे तो लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) कराएं।
हल्की चोट पर आसानी से खून बहना (Easy Bruising)
लिवर खून के थक्के बनाने वाले प्रोटीन तैयार करता है। इसके कमजोर होने पर मामूली चोट पर भी नीले निशान या खून बहने लगता है।
बचाव के तरीके:
- चोट वाले हिस्से पर ठंडी सिकाई करें।
- भारी वस्तुएँ उठाने या तेज़ गतिविधि से बचें।
- विटामिन K युक्त आहार लें जैसे पालक, ब्रोकली, पत्तेदार सब्जियाँ।
मानसिक भ्रम या उलझन (Hepatic Encephalopathy)
लिवर की खराबी से अमोनिया जैसे टॉक्सिन दिमाग पर असर डालते हैं जिससे कन्फ्यूज़न, नींद-चुरी या चक्कर जैसी समस्या होती है।
क्या करें:
- तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
- ज़्यादा प्रोटीन या मीठे भोजन से बचें।
- हल्का, संतुलित भोजन करें और probiotics (दही आदि) शामिल करें।
- योग या ध्यान से मानसिक शांति बनाए रखें।
अचानक वजन बढ़ना या घटना (Weight Fluctuations)
लिवर सिरोसिस में कई बार पेट या पैरों में सूजन (edema/ascites) के कारण वजन बढ़ जाता है, जबकि भूख कम होने से वजन घट भी सकता है।
क्या करें:
- संतुलित, पौष्टिक आहार लें।
- नमक की मात्रा कम रखें।
- महीने में एक बार वजन ज़रूर मापें।
- हल्की व्यायाम की आदत डालें।
आंखों या त्वचा का पीला पड़ना (Jaundice)
जब लिवर ठीक से बिलीरुबिन नहीं निकाल पाता, तो त्वचा और आंखों का रंग पीला हो जाता है — यह लिवर फेल होने का प्रमुख संकेत है।
घरेलू उपाय:
- सुबह गुनगुने नींबू पानी में हल्दी मिलाकर पिएं।
- नारियल पानी और ताजे जूस से शरीर को हाइड्रेट रखें।
- हल्का भोजन करें जैसे फल, सब्जी का सूप, दही।
- तनाव से दूर रहें।
भूख में कमी और जी मचलाना (Nausea & Loss of Appetite)
लिवर की खराबी से पाचन बिगड़ता है जिससे जी मिचलाना, उल्टी या भूख में कमी महसूस होती है।
उपचार:
- छोटे-छोटे और हल्के भोजन खाएं (खिचड़ी, दलिया, सूप)।
- अदरक या पुदीने की चाय लें।
- आयुर्वेदिक तौर पर अनार रस और गुलाब चाय पेट शांत करते हैं।
- लंबे समय तक भूख न लगे तो LFT टेस्ट करवाएं।
लिवर को बचाने के जरूरी उपाय (Preventive Tips)
- शराब और धूम्रपान से दूरी रखें – ये लिवर के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
- संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से स्वस्थ वजन बनाए रखें।
- समय-समय पर जांच कराएं: पेट दर्द, पीलापन या थकान होने पर ब्लड टेस्ट व अल्ट्रासाउंड करवाएं।
- घरेलू डिटॉक्स उपाय: सुबह गुनगुने पानी में नींबू या आंवले का रस मिलाकर पिएं।
- तली-भुनी और फैटी चीज़ें छोड़ें।
- पर्याप्त पानी पिएं (2–3 लीटर/दिन)।
- लिवर की बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है, इसलिए शुरुआती लक्षण पहचानना बेहद जरूरी है।
यदि ऊपर बताए गए संकेतों में से कोई भी लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें। समय पर इलाज और जीवनशैली में बदलाव से लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता है।