
कश्मीर घाटी इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है। शुक्रवार को श्रीनगर में अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दो दशकों का रिकॉर्ड तोड़ने वाला दूसरा लगातार दिन था। यह तापमान मौसमी औसत से 6.3 डिग्री अधिक था और इस सीजन का अब तक का सबसे गर्म दिन रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, हालांकि श्रीनगर का सर्वकालिक उच्चतम जून तापमान 29 जून 1978 को दर्ज 37.8 डिग्री सेल्सियस ही है, लेकिन हाल के वर्षों में गर्मियों की शुरुआत में तापमान वृद्धि का स्पष्ट रुझान देखा जा रहा है। 2023 और 2018 में शहर का तापमान जून में 35.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। वहीं 2021 में 34.7 डिग्री, 2016 में 34.4 डिग्री और 2022 में 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
इस साल 18 जून को श्रीनगर में तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था, जिसके बाद मौसम और अधिक गर्म हो गया। 2019 एकमात्र ऐसा साल रहा जब जून में तापमान अपेक्षाकृत कम 30.5 डिग्री सेल्सियस पर रहा था।
घाटी के अन्य हिस्सों में भी भीषण गर्मी देखी गई। कोकरनाग में 33.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7.7 डिग्री अधिक है और वहां जून का दूसरा सर्वोच्च तापमान है। ठंडे मौसम के लिए मशहूर पहलगाम में तापमान 31.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा, जो सामान्य से 6 डिग्री अधिक है। कुपवाड़ा में 34.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ।
काजीगुंड में अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि आमतौर पर घाटी के सबसे ठंडे स्थानों में शामिल गुलमर्ग में भी तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अनंतनाग में 34.2 डिग्री और पुलवामा में 33.5 डिग्री सेल्सियस तापमान देखा गया।
जम्मू प्रांत में जम्मू शहर में तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कटरा में 38.9 डिग्री, उधमपुर में 38.0 डिग्री और बनीहाल में 33.1 डिग्री सेल्सियस तापमान देखा गया।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ मुख्तार अहमद ने बताया कि 21 जून तक मौसम शुष्क और गर्म बना रहने की संभावना है। शाम के समय कुछ स्थानों पर हवा के साथ बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि 21 से 22 जून के बीच जम्मू प्रांत के कई स्थानों पर रुक रुक कर बारिश हो सकती है। 23 से 24 जून तक मौसम फिर से शुष्क रहने की संभावना है, हालांकि कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
डॉ अहमद ने बताया कि 25 से 27 जून के बीच मौसम बदलने और कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जिससे वर्तमान शुष्क मौसम की समाप्ति होगी।