
बेंगलुरु, 23 जून। रोस्टन चेस के सामने इस समय दो बड़ी चुनौतियाँ हैं – टेस्ट क्रिकेट में अपना फॉर्म वापस पाना और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पहली सीरीज में वेस्ट इंडीज की कप्तानी संभालना। लेकिन बारबाडोस के इस खिलाड़ी को अपने ‘शांत नेतृत्व शैली’ पर पूरा भरोसा है।
चेस दो साल के अंतराल के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं और उनका पहला असाइनमेंट वर्ल्ड नंबर 1 टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर पर तीन मैचों की सीरीज है जो बुधवार से शुरू हो रही है।
चेस ने फैनकोड के माध्यम से बातचीत में कहा, “मैंने वेस्ट इंडीज टीम या बारबाडोस टीम की टेस्ट में कभी कप्तानी नहीं की है। लेकिन मैंने वेस्ट इंडीज में आठ टीमों की कप्तानी पहले की है। मुझे लगता है कि मैं एक अच्छा लीडर हूँ। हालांकि मैं परफेक्ट नहीं हूँ, अभी सीख रहा हूँ।”
व्हाइट बॉल फॉर्मेट में वेस्ट इंडीज की कप्तानी का अपना सीमित अनुभव और शुरुआती दिनों की कप्तानी की यादें चेस के काम आएंगी।
उन्होंने कहा, “मैंने ज्यादातर कप्तानी स्कूल लेवल और लोकल डिवीजन में की है। मुझे लगता है कि मेरी कप्तानी की शैली शांत है। मैं अपने खिलाड़ियों में से बेस्ट निकालना जानता हूँ।”
33 वर्षीय चेस ने खुलासा किया कि कप्तानी संभालने से पहले उनकी हेड कोच डैरेन सैमी के साथ बातचीत हुई थी।
चेस ने कहा, “कप्तानी के बारे में मेरी चर्चा कोच डैरेन सैमी और बोर्ड के माइल्स बास्कोम्बे के साथ हुई। मैं दो साल से बाहर था, लेकिन सैमी ने मुझसे टेस्ट क्रिकेट में वापसी के बारे में बात की क्योंकि मैं हमेशा से टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता था।”
“मैं व्हाइट बॉल और फ्रेंचाइज क्रिकेट एक्सप्लोर कर रहा था। उन्होंने वापस आने के बारे में पूछा और मैंने इसके बारे में सोचा, फिर टेस्ट क्रिकेट में वापस आने का फैसला किया।”
चेस ने बताया कि वह नई भूमिका के लिए “बहुत उत्साहित” हैं और पिछले साल वह इसके लिए तैयार नहीं थे।
उन्होंने कहा, “मुझे कप्तानी मिलने पर बहुत खुशी हुई। यह एक बहुत ही प्रतिष्ठित भूमिका है। मुझसे पहले कई महान खिलाड़ियों ने यह भूमिका निभाई है। इसलिए जब यह खबर मिली तो मुझे बहुत गर्व हुआ।”
“2024 में मुझसे वापसी के बारे में पूछा गया था। लेकिन उस समय मैं अभी फ्रेंचाइज लीग्स में अपनी जगह बना रहा था। इसलिए मैं टेस्ट क्रिकेट में वापस आने के लिए तैयार नहीं था।”
49 टेस्ट मैचों में 2265 रन और 5 शतक के साथ चेस ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने का कोई अतिरिक्त दबाव नहीं है।
उन्होंने कहा, “मैं इसे प्रेशर नहीं कहूंगा। वे दुनिया की नंबर 1 टीम हैं। हम वहाँ जाकर अपना बेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं, टीम मीटिंग्स में बनाई गई प्लान्स और हमें दिए गए डेटा पर अमल करना चाहते हैं। हम वहाँ 100 प्रतिशत देकर हार्ड क्रिकेट खेलने जा रहे हैं।”