
पटना में मौसम ने एक बार फिर से अपनी करवट ली है। मौसम विभाग ने बताया है कि 17 जुलाई तक यहाँ हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें जारी रहेंगी। इसके साथ ही मौसम विभाग ने बिजली गिरने और आँधी की चेतावनी जारी करते हुए यहाँ पीला अलर्ट जारी किया है।
मानसून की सक्रियता के कारण गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे पटना, बक्सर और भागलपुर जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, पटना के दीघा घाट पर गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 2.48 मीटर नीचे है। यहाँ पानी का स्तर 47.97 मीटर पर है, जबकि खतरे का निशान 50.45 मीटर है।
गांधी घाट पर जलस्तर 46.99 मीटर है, जो खतरे के निशान (48.60 मीटर) से 1.61 मीटर नीचे है। बक्सर में गंगा का स्तर 57.73 मीटर है, जो खतरे के निशान से 1.59 मीटर कम है। भागलपुर में जलस्तर 30.56 मीटर है, जो 33.68 मीटर के खतरे के निशान से काफी नीचे है।
हालांकि, पटना के निचले इलाकों जैसे दानापुर, पंडारक और फतुहा में पानी घुसना शुरू हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है। बक्सर में गंगा घाटों की सीढ़ियाँ जलमग्न हो चुकी हैं और कर्मनाशा नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है।
भागलपुर में गंगा का स्तर प्रति घंटे 1 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है। सुल्तानगंज, नथनगर और नवगछिया जैसे इलाकों में बाढ़ का जोखिम बढ़ गया है।
गंगा के बढ़ते जलस्तर के पीछे मध्य प्रदेश के बांसागर बाँध से छोड़े गए 1.25 लाख क्यूसेक पानी को वजह माना जा रहा है, जो सोन नदी के रास्ते गंगा तक पहुँच रहा है। इसके अलावा उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश भी गंगा के जलस्तर को बढ़ा रही है।
जल संसाधन विभाग के मुताबिक अगले 2-3 दिनों तक जलस्तर बढ़ने की सम्भावना है। पटना में गुरुवार तक बारिश होने का अनुमान है, जिससे जलस्तर और बढ़ सकता है। वहीं गया, नवादा और जमुई में बुधवार और गुरुवार को भारी बारिश की सम्भावना है।
पटना, बेगूसराय, मुंगेर और भागलपुर में अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश और आँधी की चेतावनी जारी की गई है। बिहार सरकार ने सभी जिला प्रशासनों को अलर्ट रहने और राहत सामग्री तैयार रखने को कहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नावें और कम्युनिटी किचन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम की चेतावनियों पर नज़र रखें। जलभराव वाले और निचले इलाकों से दूर रहें और ज़रूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहें।