
भारतीय फिनटेक कंपनी Paytm ने सितंबर 2024 के बाद पहली बार मुनाफा दर्ज किया है। लोन बिजनेस में मजबूत वृद्धि और खर्चों पर कंट्रोल ने इस सफलता में अहम भूमिका निभाई है। कंपनी ने भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई है।
30 जून को समाप्त हुए तिमाही में Paytm ने 1.23 अरब रुपये ($14.24 मिलियन) का शुद्ध लाभ दर्ज किया। इससे पहले सितंबर 2024 की तिमाही में टिकटिंग बिजनेस की बिक्री से हुए एकमुश्त लाभ के कारण कंपनी ने मुनाफा कमाया था।
एक साल पहले अप्रैल-जून 2024 की तिमाही में Paytm को 8.39 अरब रुपये का नुकसान हुआ था, जब रिजर्व बैंक ने जनवरी 2024 में उसकी बैंकिंग यूनिट को बंद करने का आदेश दिया था।
इसके बाद से Paytm ने अपने कोर बिजनेस पर फोकस बढ़ाया और खर्चों में कटौती की। कंपनी ने जून तिमाही के लिए मुनाफे की उम्मीद जताई थी, जब इसका राजस्व 28% बढ़कर 19.18 अरब रुपये हो गया।
लोन बिजनेस सहित फाइनेंशियल सर्विसेज से राजस्व सालाना आधार पर दोगुना हो गया, जबकि पेमेंट सर्विसेज से राजस्व में 18% की वृद्धि हुई।
विश्लेषकों के मुताबिक, पर्सनल लोन के सेगमेंट में क्रेडिट टाइट होने के बावजूद Paytm ने मर्चेंट लेंडिंग सेगमेंट में मजबूत वृद्धि दर्ज की।
Paytm ने कहा कि पर्सनल लोन के मामले में मौजूदा ट्रेंड के आधार पर रिकवरी के शुरुआती संकेत मिल रहे हैं।
तिमाही के दौरान कंपनी के खर्चों में 19% की गिरावट आई, जो 20.16 अरब रुपये रह गए।
महत्वपूर्ण मेट्रिक EBITDA (कर्मचारी स्टॉक ऑप्शन की लागत से पहले) 1.02 अरब रुपये पर दर्ज किया गया।
नतीजों से पहले Paytm के शेयरों में 3.3% की बढ़त देखी गई और यह सात महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गए।
($1 = 86.3470 भारतीय रुपये)