
हाल ही में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सदस्य देशों से गुटों के टकराव और एकतरफा धमकियों का विरोध करने का आग्रह किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया को संयुक्त राष्ट्र केंद्रित व्यवस्था के तहत ही संचालित होना चाहिए। यह आह्वान तियानजिन में SCO परिषद के राष्ट्राध्यक्षों की 25वीं बैठक के दौरान किया गया।
शी जिनपिंग ने अपने संबोधन में ‘न्याय और निष्पक्षता’ बनाए रखने की बात कही। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के इतिहास के सही दृष्टिकोण को बढ़ावा देने और शीत युद्ध की मानसिकता, गुटों के टकराव और एकतरफा धमकियों का विरोध करने पर बल दिया। राष्ट्रपति जिनपिंग ने स्पष्ट किया कि संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय भूमिका वाली अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रणाली का बचाव करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि SCO को संयुक्त राष्ट्र-केंद्रित अंतरराष्ट्रीय प्रणाली की सुरक्षा करनी चाहिए। उन्होंने WTO को केंद्र में रखकर बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली का समर्थन करने की भी बात की। यह सब वैश्विक stability और शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
एक महत्वपूर्ण घोषणा में, शी जिनपिंग ने इस साल SCO सदस्य देशों के लिए 2 अरब युआन (लगभग 281 मिलियन अमेरिकी डॉलर) के अनुदान की घोषणा की। इतना ही नहीं, उन्होंने अगले तीन वर्षों में SCO इंटरबैंक कंसोर्टियम के माध्यम से 10 अरब युआन का अतिरिक्त loan देने का भी वादा किया। यह दिखाता है कि चीन, SCO के भीतर आर्थिक सहयोग को कितना महत्व देता है।
राष्ट्रपति जिनपिंग ने बताया कि SCO के अन्य सदस्य देशों में चीन का कुल निवेश 84 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गया है। इसके अलावा, वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार 500 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है। ये आंकड़े SCO देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों के गवाह हैं।
चीनी राष्ट्रपति ने SCO को ‘वास्तविक परिणाम और उच्च दक्षता’ के लिए प्रयास करने का भी आह्वान किया। उन्होंने सुरक्षा खतरों और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए SCO यूनिवर्सल सेंटर और SCO एंटी-ड्रग सेंटर को जल्द से जल्द चालू करने पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने सुरक्षा और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने के लिए एक SCO Development Bank स्थापित करने का भी सुझाव दिया।
उन्होंने एक बार फिर सदस्य देशों से निष्पक्षता और न्याय बनाए रखने का आग्रह किया। यह संदेश SCO सत्र की 25वीं बैठक में राष्ट्राध्यक्षों को संबोधित करते हुए दिया गया।
यह SCO शिखर सम्मेलन इस संगठन के इतिहास का सबसे बड़ा शिखर सम्मेलन था। यह चीनी शहर तियानजिन में 31 अगस्त से 1 सितंबर तक आयोजित किया गया, जिसमें 20 से अधिक विदेशी नेता और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
शंघाई सहयोग संगठन एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी स्थापना 2001 में हुई थी। इसमें भारत, ईरान, कजाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे देश शामिल हैं। 4 जुलाई, 2024 को अस्ताना शिखर सम्मेलन में बेलारूस आधिकारिक तौर पर इस संगठन में शामिल हुआ है।
अफगानिस्तान और मंगोलिया इसके observer देश हैं, जबकि Azerbaijan, Armenia, Bahrain, Egypt, Cambodia, Qatar, Kuwait, Maldives, Myanmar, Nepal, United Arab Emirates, Saudi Arabia, Türkiye और Sri Lanka dialogue partner state हैं। SCO गुट-टकराव की नीतियों से दूर रहने को प्राथमिकता देता है।