
राजगीर (बिहार) में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एक शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराया। इस जीत के साथ ही भारत ने आठ साल बाद एशिया कप का खिताब अपने नाम किया।
यह जीत भारत के लिए और भी खास इसलिए है क्योंकि इससे टीम सीधे अगले साल होने वाले FIH वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर गई। वर्ल्ड कप बेल्जियम और नीदरलैंड में 14 से 30 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा।
भारत की ओर से दिलप्रीत सिंह ने दो गोल दागे। सुखजीत सिंह और अमित रोहिडास ने भी एक एक गोल किया। कोरिया की ओर से केवल एक गोल दीन सॉन ने किया।
मैच की शुरुआत से ही भारतीय टीम ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। डिफेंस, मिडफील्ड और फॉरवर्ड लाइन के बीच बेहतरीन तालमेल देखने को मिला।
कोरिया की टीम ने ज्यादातर समय डिफेंस पर ध्यान दिया, लेकिन भारत के आक्रामक खेल के आगे यह रणनीति काम नहीं आई।
पहले दो क्वार्टर में कोरिया ने कोई खास स्कोरिंग चांस नहीं बनाया। भारतीय डिफेंस ने शानदार प्रदर्शन किया।
भारत ने मैच के पहले 30 सेकंड में ही पहला गोल कर दिया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह की बेहतरीन स्टिक वर्क से सुखजीत सिंह ने गोल किया।
दिलप्रीत सिंह को आठवें मिनट में गोल का मौका मिला लेकिन कोरियाई गोलकीपर ने बचा लिया। अगले ही मूव में भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला लेकिन जुगराज सिंह का प्रयास भी गोलकीपर ने रोक दिया।
भारतीय खिलाड़ी लगातार हमला करते रहे और कोरियाई डिफेंस पर दबाव बनाए रखा। हरमनप्रीत के शानदार पास से दिलप्रीत ने पहला गोल किया और भारत पहले हाफ तक 2-0 से आगे रहा।
तीसरे क्वार्टर में कोरिया को पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन भारतीय डिफेंस ने उन्हें गोल करने नहीं दिया। भारत को भी पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत का शॉट रुक गया।
तीसरे क्वार्टर के अंत में दिलप्रीत ने अपना दूसरा गोल किया। हरमनप्रीत के फ्री हिट से राज कुमार पाल ने दिलप्रीत को गोल करने का मौका दिया और उन्होंने चूक नहीं की।
पांच मिनट बाद भारत को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला और अमित रोहिडास ने जोरदार हिट से गोल किया। अब भारत 4-0 से आगे चला गया।
एक मिनट बाद ही कोरिया ने पेनल्टी कॉर्नर से गोल करके एक गोल वापसी की। 56वें मिनट में कोरिया को चौथा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन भारतीय डिफेंस ने फिर से मजबूती दिखाई।
इस टूर्नामेंट में मलेशिया ने चीन को 3-0 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। मलेशिया ने मैच में बेहतर प्रदर्शन किया और लगातार हमला बनाए रखा।
अखिमुल्लाह अनवर ने दो गोल किए और टूर्नामेंट के सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बने। नोरस्याफिक सुमंतरी और सैयद चोलन ने भी गोल किए। चीन की ओर से केवल जीशेंग गाओ ने एक गोल किया।
जापान ने बांग्लादेश को 6-1 से हराकर पांचवां स्थान हासिल किया। रयोसुके शिनोहारा ने हैट्रिक बनाई जबकि कोजी यामासाकी, केन नागायोशी और सेरेन तनाका ने एक एक गोल किया। बांग्लादेश की ओर से अमीरुल इस्लाम ने एक गोल किया।
यह जीत भारतीय हॉकी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। टीम ने अपना चौथा एशिया कप खिताब जीता है और अब कोरिया के बाद दूसरी सबसे सफल टीम बन गई है।
भारत ने इससे पहले 2017, 2007 और 2003 में एशिया कप जीता था। इस बार की जीत से टीम में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।