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भारतीय ऑटो उद्योग ने अगस्त 2025 में मिश्रित प्रदर्शन दर्ज किया है। SIAM के आंकड़ों के अनुसार पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में गिरावट देखी गई, जबकि दोपहिया और तिपहिया वाहनों ने स्थिर वृद्धि जारी रखी।
अगस्त 2025 में घरेलू बाजार में पैसेंजर व्हीकल की बिक्री 8.8 प्रतिशत घटकर 3,21,840 यूनिट रही। पिछले साल इसी महीने में 3,52,921 यूनिट की बिक्री दर्ज की गई थी। यह कमजोर बाजारी भावना को दर्शाता है।
तिपहिया वाहनों की बिक्री में साल दर साल 8.3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। अगस्त में 75,759 यूनिट की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 69,962 यूनिट बिकी थीं।
इनमें 63,854 पैसेंजर कैरियर, 9,751 गुड्स कैरियर, 144 ई रिक्शा और 810 ई कार्ट शामिल थे।
दोपहिया वाहन खंड में 7.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अगस्त में बिक्री बढ़कर 18,33,921 यूनिट हो गई, जो 2024 में 17,11,662 यूनिट थी।
इस श्रेणी के अंतर्गत स्कूटर की बिक्री 6,83,397 यूनिट रही। मोटरसाइकिल की बिक्री 11,06,638 यूनिट दर्ज की गई। मोपेड की बिक्री 43,886 यूनिट पर रही।
क्वाड्रिसाइकल सेगमेंट में इस महीने कोई बिक्री दर्ज नहीं की गई। महीने के दौरान कुल उत्पादन 26,93,049 यूनिट रहा। इसमें पैसेंजर व्हीकल, तिपहिया, दोपहिया और क्वाड्रिसाइकल शामिल हैं।
SIAM के डायरेक्टर जनरल राजेश मेनन ने Outlook पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार का जीएसटी दरों में कटौती का फैसला मोबिलिटी तक व्यापक पहुंच सक्षम करेगा।
यह फैसला आगामी त्योहारी सीजन में भारतीय ऑटोमोटिव सेक्टर में नई गति प्रदान करेगा। यह कदम उद्योग के लिए एक Landmark Decision साबित होगा।
पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में गिरावट बाजार में सतर्कता दर्शाती है। हालांकि दोपहिया और तिपहिया वाहनों की मजबूत वृद्धि उद्योग के लिए सकारात्मक संकेत है।
सरकार की नीतियां आने वाले समय में सेक्टर को गति प्रदान कर सकती हैं। त्योहारी सीजन में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।
ऑटोमोटिव सेक्टर के लिए यह डेटा महत्वपूर्ण संकेत प्रदान करता है। बाजार की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं को समझने में मदद मिलती है।
उद्योग जगत की नजर अब आगामी महीनों की Sales Performance पर टिकी हुई है। सरकार के फैसले से Positive Impact की उम्मीद है।