
हिमाचल प्रदेश भारी मानसून बारिश के कहर से जूझ रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मंगलवार के रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों में 650 सड़कें बंद हैं। इनमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं। साथ ही 1205 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर और 160 पेयजल आपूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं।
तीन प्रभावित राष्ट्रीय राजमार्गों में एनएच-03, एनएच-305 और एनएच-503A शामिल हैं। ये राजमार्ग मनाली-अटल टनल, कुल्लू-मनाली, अन्नी-जलोरी पास और उना सेक्टर को जोड़ते हैं। इनके बंद होने से पहाड़ी राज्य में महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी कट गई है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मंगलवार सुबह जारी अपडेट में पुष्टि की गई कि 20 जून से मानसून की मौत का आंकड़ा 409 तक पहुंच गया है। इनमें से 229 मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़, डूबने और मकान गिरने से हुई हैं। इसी अवधि में 180 सड़क दुर्घटना में मौतें हुई हैं।
मंडी जिले को सार्वजनिक उपयोगिताओं को सबसे भारी नुकसान हुआ है। यहां 313 सड़कें बंद हैं और 783 बिजली ट्रांसफॉर्मर काम नहीं कर रहे हैं। कुल्लू में 153 सड़क अवरोध दर्ज किए गए हैं। इनमें एनएच-03 और एनएच-305 के महत्वपूर्ण हिस्से शामिल हैं जिससे पर्यटन क्षेत्र में यातायात प्रवाह गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। शिमला जिले में 58 सड़कें बंद हैं और 41 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि लोक निर्माण विभाग, बिजली बोर्डों और जल शक्ति विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर बहाली का काम चल रहा है। लेकिन लगातार हो रही बारिश मलबा हटाने और मरम्मत के प्रयासों में बाधा डाल रही है।
एक एसडीएमए प्रवक्ता ने कहा कि प्रभावित जिलों में कनेक्टिविटी और आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे प्रयास चल रहे हैं। हालांकि भूस्खलन और बार-बार हो रही बारिश प्रमुख चुनौतियां बनी हुई हैं।
अधिकारियों ने चेतावनी दी कि संवेदनशील ढलान और संतृप्त मिट्टी और भूस्खलन को ट्रिगर कर सकती है। उन्होंने निवासियों से उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में अनावश्यक यात्रा से बचने का आग्रह किया।
राज्य में मानसून की स्थिति गंभीर बनी हुई है। लगातार बारिश से बहाली के काम में देरी हो रही है। अधिकारी हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
लोगों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें। आपातकालीन सेवाओं के लिए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है। इससे हालात और खराब हो सकते हैं। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है।
सड़कों के बंद होने से पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है। कुल्लू और मनाली जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल दूसरे इलाकों से कट गए हैं।
बिजली और पानी की supply बाधित होने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। लोगों को रोजमर्रा की जिंदगी में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकारी एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। उनका लक्ष्य जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करना है। हालांकि प्रकृति के आगे उनकी सीमाएं हैं।
इस खबर को एएनआई स्टाफ द्वारा verify और लिखा गया है। एएनआई दक्षिण एशिया की प्रमुख मल्टीमीडिया समाचार एजेंसी है।
यह खबर राज्य में मानसून की वर्तमान स्थिति को दर्शाती है। स्थानीय लोग और अधिकारी बेहतर मौसम का इंतजार कर रहे हैं।