
त्रिनमूल कांग्रेस सरकार ने राज्य में रघुनाथपुर-ताजपुर आर्थिक कॉरिडोर के निर्माण के लिए 200 एकड़ जमीन आवंटित करने का फैसला किया है। यह जमीन पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम (WBIDC) को दी जाएगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी।
राज्य सचिवालय (नबन्ना) के सूत्रों के मुताबिक, औद्योगिक क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए कैबिनेट बैठक में तीन अहम फैसले लिए गए।
पहला फैसला ताजपुर-डांकुनी-रघुनाथपुर आर्थिक कॉरिडोर के निर्माण के लिए WBIDC को 200 एकड़ जमीन देने का है।
इससे पहले, पश्चिम बंगाल में औद्योगिक विकास के लिए अमृतसर-डांकुनी औद्योगिक कॉरिडोर की तर्ज पर कई आर्थिक कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया गया था।
मुख्यमंत्री बनर्जी ने बंगाल में छह आर्थिक कॉरिडोर के निर्माण की घोषणा की थी। इनमें रघुनाथपुर-ताजपुर, डांकुनी-कल्याणी, डांकुनी-झारग्राम, डांकुनी-कूच बिहार, जोका-गरुड़ी और खड़गपुर-मोरग्राम शामिल हैं।
राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास के मुद्दे पर चर्चा के अलावा, राज्य के सभी लॉजिस्टिक्स व्यवसायों को औद्योगिक दर्जा देने का भी फैसला लिया गया।
इसके अतिरिक्त, बैठक में न्यूटाउन कोलकाता विकास प्राधिकरण (NKDA) में 15 रिक्तियों को भरने का प्रस्ताव भी स्वीकार किया गया।
सूत्रों ने बताया कि दुर्गा पूजा के बाद पश्चिम बंगाल में एक औद्योगिक सम्मेलन आयोजित होने वाला है।
एक वरिष्ठ राज्य सरकारी अधिकारी ने कहा कि आज राज्य सरकार ने तीन महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं जो राज्य में औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देंगे। लॉजिस्टिक्स को औद्योगिक दर्जा मिलने के बाद, यह व्यवसाय राज्य में विस्तार करेगा।
इसके अलावा, आर्थिक कॉरिडोर का उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। इससे रोजगार सृजित होगा।
ये फैसले इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि राज्य सरकार अगले साल के विधानसभा चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल में औद्योगिक विकास को तेज करने का प्रयास कर रही है।
इन निर्णयों का फोकस राज्य में निवेश आकर्षित करना और रोजगार पैदा करना है।
यह परियोजना राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने की क्षमता रखती है।
नई नौकरियों के सृजन से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को मिलने वाला नया दर्जा व्यवसायों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर जोर राज्य की प्रगति की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।