
नई दिल्ली में भारत निर्वाचन आयोग आज बिहार विधानसभा चुनावों का कार्यक्रम घोषित करेगा। यह घोषणा शाम 4 बजे राष्ट्रीय राजधानी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान होगी।
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार करेंगे।
यह लंबे समय से प्रतीक्षित घोषणा उसके एक दिन बाद हो रही है जब मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य आयुक्तों ने अपना बिहार दौरा पूरा किया।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने रविवार को दावा किया कि बिहार में विशेष गहन संशोधन ने मतदाता सूची को शुद्ध किया है। उन्होंने कहा कि 22 साल के अंतराल के बाद ऐसी सफाई हुई है।
कुमार ने राज्य के दो दिवसीय दौरे को समाप्त करने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से प्रतिक्रिया प्राप्त की और अधिकारियों के सा�ी चुनावी तैयारियों पर चर्चा की।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि विशेष गहन संशोधन की सफलता के बाद बिहार की मतदाता सूची शुद्ध हो गई है। यह अभ्यास अब पूरे देश में किया जाएगा।
कुमार ने 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए कई नई पहलों का भी उल्लेख किया। इनमें 38 निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जातियों और दो अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं।
ये नई पहलें पूरे देश में धीरे-धीरे लागू की जाएंगी। चुनाव आयोग ने बिहार में मतदाता सूची की शुद्धता पर विशेष जोर दिया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त का यह बयान राज्य में चुनावी तैयारियों की समीक्षा के बाद आया है। आयोग ने राजनीतिक दलों की चिंताओं को भी सुना है।
बिहार विधानसभा चुनावों में नई तकनीक और प्रक्रियाओं का इस्तेमाल किया जाएगा। ये सभी पहल भविष्य में देश के अन्य चुनावों में भी लागू होंगी।
चुनाव आयोग की यह घोषणा राज्य की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगी। सभी राजनीतिक दल चुनाव कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
मतदाता सूची की शुद्धता से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी। यह कदम लोकतंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
बिहार में होने वाले ये चुनाव देश के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करेंगे। चुनाव आयोग ने इनकी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है।
आज की घोषणा के बाद चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी। सभी पार्टियां अपनी रणनीतियों को अमली जामा पहनाने के लिए तैयार हैं।