
जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद संजय कुमार झा ने बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जीत को लेकर पूरा विश्वास जताया है। उन्होंने साफ कहा कि नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे और गठबंधन राज्य के विकास पर केंद्रित है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम काम करेंगे, यह बात झा ने IANS से बातचीत में दोहराई। यह बयान उसके बाद आया जब NDA ने औपचारिक रूप से सीट बंटवारे का फॉर्मूला घोषित किया।
सीट बंटवारे के मुताबिक BJP और JD(U) प्रत्येक 101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। चिराग पासवान की LJP (राम विलास) को 29 सीटें मिली हैं जबकि उपेंद्र कुशवाहा के RLM और जीतन राम मांझी के HAM को छह-छह सीटें आवंटित की गई हैं।
झा ने NDA सहयोगियों के बीच समन्वय की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया सहज और सहमति से पूरी हुई।
उन्होंने कहा कि NDA के भीतर सीटों का आवंटन बहुत सहजता से किया गया है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम अगले पांच वर्षों के लिए बिहार के विकास को लेकर बड़े लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
विपक्षी महागठबंधन के विपरीत झा ने कहा कि दूसरी तरफ महागठबंधन में कोई स्पष्टता या निर्णय दिखाई नहीं दे रहा है।
कुछ NDA सहयोगियों की नाराजगी पर प्रतिक्रिया देते हुए झा ने भावनाओं को स्वीकार किया लेकिन पूर्व सहमति पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को लगता है कि कुछ अतिरिक्त मिलना बेहतर होता, लेकिन सब कुछ पहले ही सहमति से तय किया गया था।
इससे पहले RLM अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने X पर भावनात्मक संदेश पोस्ट कर अपने समर्थकों से माफी मांगी थी।
कुशवाहा ने लिखा था कि वह समर्थकों से क्षमा याचना करते हैं और उन्हें पता है कि यह फैसला लाखों लोगों के दिल को दुखाएगा।
असंतोष के संकेतों के बावजूद झा ने गठबंधन में किसी गंभीर मतभेद से इनकार किया।
उन्होंने NDA की चुनावी संभावनाओं को लेकर आशावाद जताया और कहा कि 2010 के नतीजों से भी बेहतर प्रदर्शन होगा।
2010 के चुनाव में JD(U)-BJP गठबंधन की ऐतिहासिक जीत को याद करते हुए झा ने फिर से विश्वास जताया।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के विकास की नई गाथा लिखी जाएगी, यह संदेश उन्होंने स्पष्ट कर दिया है।
गठबंधन की एकजुटता और स्पष्ट एजेंडा उनकी जीत की रणनीति का मुख्य आधार बना हुआ है।
बिहार की जनता एक बार फिर विकास के मुद्दे पर ही अपना फैसला सुनाएगी, ऐसा विश्वास NDA नेता जता रहे हैं।