
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज आंध्र प्रदेश में लगभग 13,430 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। ये परियोजनाएं उद्योग, बिजली संचरण, सड़कों, रेलवे, रक्षा उत्पादन और पेट्रोलियम जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करेंगी।
कुरनूल में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री इन परियोजनाओं को औपचारिक रूप से लॉन्च करेंगे। इस अवसर पर वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे जहाँ मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने उन्हें आमंत्रित किया है।
शिलान्यास समारोह से पहले प्रधानमंत्री श्री भ्रमराम्बा मल्लिकार्जुन स्वामी वर्ला देवस्थान में पूजा-दर्शन करेंगे। इसके बाद वे श्री शिवाजी स्पूर्ति केंद्र का दौरा करेंगे और फिर कुरनूल के लिए रवाना होंगे।
कुरनूल में प्रधानमंत्री कुरनूल-III पूलिंग स्टेशन पर ट्रांसमिशन सिस्टम स्ट्रेंथनिंग परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इस पर 2,880 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा रहा है।
इस परियोजना में कुरनूल-III पूलिंग स्टेशन से चिलकलूरिपेट तक 765 केवी डबल-सर्किट ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण शामिल है। यह ट्रांसफॉर्मेशन क्षमता को 6,000 एमवीए तक बढ़ाएगा और अक्षय ऊर्जा के बड़े पैमाने पर संचरण को सक्षम करेगा।
प्रधानमंत्री कुरनूल में ओरवकल औद्योगिक क्षेत्र और कडप्पा में कोप्पर्थी औद्योगिक क्षेत्र की भी आधारशिला रखेंगे। इनका विकास एनआईसीडीआईटी और एपीआईआईसी द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
इन औद्योगिक हब्स में प्लग-एंड-प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर और वॉक-टू-वर्क कॉन्सेप्ट शामिल है। इनसे लगभग 21,000 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद है और करीब एक लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में प्रधानमंत्री सब्बावरम और शीलानगर के बीच छह-लेन ग्रीनफील्ड हाईवे की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना 960 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनेगी और विशाखापत्तनम में यातायात की भीड़ को कम करेगी।
इसके अलावा वे 1,140 करोड़ रुपये की छह सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। इन परियोजनाओं का उद्देश्य सुरक्षा में सुधार करना, यात्रा के समय को कम करना और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करना है।
रेलवे क्षेत्र में प्रधानमंत्री 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की कई प्रमुख परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इनमें कोट्टावलसा-विजयनगरम चौथी रेलवे लाइन और पेंदूर्ती-सिंहाचलम उत्तर के बीच रेल फ्लाईओवर शामिल हैं।
वे कोट्टावलसा-बोड्डावरा सेक्शन और शिमिलीगुड़ा-गोरापुर सेक्शन के डबल लाइनीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह दक्षता और यात्री सुविधा में सुधार लाएगा।
ऊर्जा क्षेत्र में प्रधानमंत्री गेल इंडिया लिमिटेड की श्रीकाकुलम-अंगुल प्राकृतिक गैस पाइपलाइन को समर्पित करेंगे। यह पाइपलाइन लगभग 1,730 करोड़ रुपये की लागत से बनी है और आंध्र प्रदेश में 124 किमी तथा ओडिशा में 298 किमी तक फैली हुई है।
वे चित्तूर में इंडियन ऑयल की 60 टीएमटीपीए एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का भी उद्घाटन करेंगे। इस प्लांट की स्थापना में लगभग 200 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है और यह सात जिलों में 80 डिस्ट्रीब्यूटर्स के माध्यम से 7.2 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करेगी।
रक्षा उत्पादन क्षमताओं को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री कृष्णा जिले के निम्मलुरु में एडवांस्ड नाइट विजन प्रोडक्ट्स फैक्ट्री को समर्पित करेंगे। यह सुविधा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा 360 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित की गई है।
यह फैक्ट्री भारतीय सशस्त्र बलों के लिए अत्याधुनिक इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम का उत्पादन करेगी। इससे रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा और क्षेत्र में कुशल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
ये सभी परियोजनाएं आंध्र प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान करेंगी। इनके पूरा होने से बुनियादी ढांचे में सुधार होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।