
भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बिहार विधानसभा चुनावों से पहले जमकर हमला बोला है। उन्होंने राहुल पर बिहार की उपेक्षा करने और महागठबंधन में कांग्रेस को हाशिए पर धकेलने का आरोप लगाया।
मालवीय ने एक एनिमेटेड ‘मिसिंग’ पोस्टर भी साझा किया। इस पोस्टर में राहुल गांधी की तस्वीर के साथ लिखा था – ‘गायब – आखिरी बार 59 दिन पहले बिहार में देखा गया’।
एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट में मालवीय ने लिखा कि राहुल गांधी को बिहार आए हुए लगभग दो महीने हो गए हैं। कोलंबिया में छुट्टियां मनाने और वीडियो ब्लॉग बनाने के बीच उन्हें न तो बिहार की चिंता करने का समय मिला और न ही गठबंधन संभालने का।
उन्होंने आगे कहा कि इसका नतीजा साफ दिख रहा है। कांग्रेस अब महागठबंधन में हाशिए पर चली गई है।
मालवीय ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार के लोग जानते हैं कि कांग्रेस-आरजेडी को वोट देना उन लोगों को वोट देना है जो बिहार के लिए काम नहीं करते। उन्होंने कहा कि याद रखें, लालू परिवार ने हमेशा अपना घर भरा है जबकि बिहार गरीब और उपेक्षित रहा।
आज लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी चुनावी बिहार में अपनी पहली सभा को संबोधित करेंगे। वह आरजेडी नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करेंगे।
दोनों नेता मुजफ्फरपुर और दरभंगा में संयुक्त रैली करेंगे।
2025 के बिहार चुनावों में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन के बीच होगा।
राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन में कांग्रेस पार्टी, दीपंकर भट्टाचार्य की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) और मुकेश सहानी की विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं।
एनडीए में भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
इसके अलावा प्रशांत किशोर के जन सुराज ने राज्य की सभी 243 सीटों पर दावा ठोका है। विधानसभा चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे।
नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
बिहार की राजनीति में यह नया मोड़ महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
दोनों गठबंधनों के बीच जमकर चुनावी जंग देखने को मिलेगी।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की संयुक्त रैली इसी जंग का हिस्सा है।
बिहार के मतदाताओं के सामने एक बड़ा फैसला होगा।










