
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए अपना पहला आईसीसी महिला विश्व कप खिताब जीत लिया है। डीवाई पाटिल स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर टीम ने यह ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
पूरे देश में जश्न का माहौल है क्योंकि बीसीसीआई सचिव देवजीत साइकिया ने खिलाड़ियों और सहायक स्टाफ के लिए 51 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा की है। उन्होंने इस जीत को भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर बताया।
आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने टीम की इस ऐतिहासिक उपलब्धि की सराहना करते हुए इसे 1983 के पुरुष विश्व कप जीत के बराबर बताया। उनका कहना था कि यह जीत देश में महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।
मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 298 रनों का शानदार स्कोर खड़ा किया। शफाली वर्मा ने 87 रनों की शानदार पारी खेली जबकि दीप्ति शर्मा ने 58 रन बनाए। स्मृति मंधाना और रिचा घोष ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मंधाना और वर्मा की ओपनिंग जोड़ी ने 100 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत आधार दिया। हालांकि दक्षिण अफ्रीका ने अंतिम ओवरों में वापसी कर भारत को 300 रनों से नीचे रोका।
299 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने आत्मविश्वासपूर्ण शुरुआत की। टैजमिन ब्रिट्स और लौरा वोल्वार्ड्ट ने तेज पचास रनों की साझेदारी की।
लेकिन अमनजोत कौर के शानदार रन आउट ने ब्रिट्स को पवेलियन लौटा दिया। इसके बाद भारत ने मैच पर कब्जा जमा लिया।
युवा गेंदबाज श्री चरणी ने अपने पहले ही ओवर में ऐनके बॉश को एलबीडब्ल्यू आउट किया। शफाली वर्मा ने गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन करते हुए सुने लूस और मैरिजैन कैप्प को जल्दी जल्दी आउट किया।
दीप्ति शर्मा ने अपने करियर की सबसे शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट लिए। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के मध्यक्रम को तहस नहस कर दिया।
लौरा वोल्वार्ड्ट ने 101 रनों की शानदार पारी खेली लेकिन वह टीम को जीत नहीं दिला सकीं। दक्षिण अफ्रीका की टीम 45.3 ओवर में 246 रनों पर सिमट गई।
घरेलू दर्शकों के जोरदार समर्थन के बीच भारत ने 52 रनों से यह ऐतिहासिक जीत हासिल की। जीत के बाद खिलाड़ियों ने एक दूसरे को गले लगाया और खुशी के आंसू बहाए।
यह पल सिर्फ एक विश्व कप जीत नहीं बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। टीम की इस सफलता से देश भर में महिला क्रिकेट को नई प्रेरणा मिलेगी।
भारत ने यह मुकाबला अपने शानदार प्रदर्शन से जीता। टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में बेहतरीन गेंदबाजी की। इस जीत ने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है।










