
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग द्वारा 60,000 पदों पर युवाओं की नियुक्ति की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नियुक्तियाँ युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर हैं। धीरे-धीरे एक लाख से अधिक पद भरे जाएंगे।
इस अवसर पर 877 नवनियुक्त अधिकारियों और कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इनमें वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल थे।
वन विभाग के 543 कर्मियों को नियुक्ति पत्र मिले। इनमें फॉरेस्ट गार्ड और फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से 334 अधिकारियों और कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र दिए गए। इनमें विशेषज्ञ और नर्सिंग ऑफिसर शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग में 75 एनेस्थीसिया विशेषज्ञों को नियुक्त किया गया। 62 सर्जरी विशेषज्ञ और 106 पीडियाट्रिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं।
91 नर्सिंग ऑफिसरों को भी नियुक्ति पत्र मिले। यह सभी एमपीपीएससी भर्ती परीक्षा 2024-25 के माध्यम से चुने गए हैं।
वन विभाग में 467 नवनियुक्त फॉरेस्ट गार्ड्स को नियुक्ति पत्र मिले। यह फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा के माध्यम से चुने गए हैं।
इन सभी ने संबंधित वन प्रशिक्षण स्कूलों में फॉरेस्ट्री ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी की है।
76 फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर को भी नियुक्ति पत्र मिले। यह फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर भर्ती परीक्षा 2020-21 के माध्यम से चुने गए हैं।
इन सभी अधिकारियों ने देश भर के विभिन्न अकादमियों में 18 महीने का प्रशिक्षण पूरा किया है।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्य के सभी विभागों में लगातार भर्ती की जा रही है। अब तक लगभग 60,000 पदों पर भर्ती की जा चुकी है।
यह सभी सरकारी पद हैं और यह उन लोगों का जवाब है जो पूछते रहते हैं कि कितने लोगों को रोजगार दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लिए इस कार्यक्रम में शामिल होना बेहतर होता। वे आज नौकरी पाने वालों को बधाई दे सकते थे।
यह नियुक्तियाँ युवाओं के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई हैं। सरकार का लक्ष्य एक लाख से अधिक पदों पर भर्ती करना है।










