घर में कछुआ रखने का सही दिन और दिशा | Vastu Tips

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वास्तु शास्त्र में कछुआ को धन, सौभाग्य और लंबी आयु का प्रतीक माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जहां कछुआ स्थापित होता है, वहां स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। घर में कछुआ रखने का निर्णय बिना दिशा और दिन का ध्यान रखे नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह वास्तु प्रभाव को सीधा प्रभावित करता है।
पहले यह समझना आवश्यक है कि कछुए का संबंध जल तत्व से है, और जल तत्व उत्तर दिशा का नियंत्रक माना जाता है। इसलिए यदि आप कछुआ घर में रखते हैं, तो उसे उत्तर दिशा या उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में रखना सबसे शुभ होता है। इससे घर में सकारात्मक तरंगें बढ़ती हैं और परिवार के सदस्यों के बीच शांति और सौहार्द में वृद्धि होती है।
कौन सा कछुआ रखना चाहिए:
• क्रिस्टल कछुआ – धन वृद्धि
• धातु का कछुआ – कार्यस्थल में स्थिरता
• फेंगशुई कछुआ – नकारात्मकता को हटाने के लिए
• मिट्टी का कछुआ – स्वास्थ्य सुधार के लिए
कछुआ कब स्थापित करें:
कछुए को बुधवार या शुक्रवार के दिन सुबह के समय स्थापित करना शुभ माना जाता है। यह दोनों ही दिन लक्ष्मी और बुध ग्रह की ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो धन, व्यापार और बुद्धिमत्ता बढ़ाने में मदद करते हैं।
महत्वपूर्ण सावधानियाँ:
• कछुए के पास हमेशा साफ पानी रखें।
• कछुए को गंदे या अंधेरे स्थान पर न रखें।
• टूटे या क्षतिग्रस्त कछुए को तुरंत बदल दें।
• इसे बाथरूम, शौचालय या रसोई में न रखें।
लाभ:
• घर में धन और आय स्रोतों में वृद्धि।
• तनाव और मानसिक अस्थिरता कम होती है।
• रिश्तों में सामंजस्य और प्रेम बढ़ता है।
• करियर में स्थिरता और प्रगति के अवसर बढ़ते हैं।
वास्तु के अनुसार कछुआ रखने का मुख्य उद्देश्य घर में सकारात्मक ऊर्जा को स्थिर रखना है। यदि इसे सही दिशा और सही तरीके से रखा जाए, तो यह लंबे समय तक सुख-समृद्धि प्रदान करता है






