
पूर्व भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने हालिया कोलकाता टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार को टीम के transitional phase से जोड़ने वाली धारणा को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका मानना है कि घरेलू परिस्थितियों में ऐसी हार चिंता का विषय है।
जियोस्टार के क्रिकेट लाइव शो में बोलते हुए पुजारा ने स्पष्ट किया कि भारतीय टीम में पर्याप्त सिद्ध प्रतिभा मौजूद है। उन्होंने कहा कि यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी पहले ही अपनी काबिलियत साबित कर चुके हैं।
पुजारा के अनुसार, इतने सारे मजबूत खिलाड़ियों के होते हुए घर पर हारना इस बात का संकेत है कि कहीं कुछ और गड़बड़ है। उनका मानना था कि अगर मैच बेहतर पिच पर खेला गया होता तो भारत की जीत की संभावना कहीं अधिक होती।
दक्षिण अफ्रीका ने टेम्बा बवुमा की कप्तानी में दो मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट में मेजबान टीम को 30 रन से हराया। यह जीत भारतीय धरती पर उनकी 15 साल बाद पहली टेस्ट जीत थी।
मैच तीन दिन से भी कम समय में समाप्त हो गया, जहां भारतीय बल्लेबाज चौथी पारी में 124 रन के लक्ष्य का पीछा करने में नाकाम रहे। दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर साइमन हार्मर ने दोनों पारियों में आठ विकेट लेकर प्रोटीज़ टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
पुजारा ने पिच की प्रकृति पर चिंता जताते हुए कहा कि ऐसी विकेटें भारत की जीत की संभावना को कम कर देती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रतिद्वंद्वी को बराबरी के स्तर पर ला खड़ा करती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ए टीम भी, प्रतिभा की गहराई को देखते हुए, घर पर दक्षिण अफ्रीका को चुनौती दे सकती है। इसलिए इस हार के लिए ability की कमी को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है।
पुजारा ने जोर देकर कहा कि भारत में इस हार के लिए transitional phase को दोष देना उचित नहीं है। उनका मानना है कि टीम में मौजूद प्रतिभा किसी भी तरह के बदलाव के दौर से अधिक मजबूत है।
यह हार भारत की साल 2024 के बाद से घरेलू मैदान पर चौथी टेस्ट हार थी। पिछले साल अक्टूबर और नवंबर में भारत को न्यूजीलैंड ने 3-0 से व्हाइटवॉश किया था।
पुजारा की टिप्पणियों ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच महत्वपूर्ण चर्चा शुरू कर दी है। कई लोग उनके विचारों से सहमत हैं कि टीम में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पुजारा के बयान से टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण सवाल खड़े होते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले मैचों में टीम कैसा प्रदर्शन करती है।
भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर यह चर्चा जारी रहने की उम्मीद है। पुजारा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की राय टीम की रणनीति में बदलाव ला सकती है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला का अगला मैच अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है। सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि भारतीय टीम कैसी प्रतिक्रिया देती है।
क्रिकेट प्रेमी उम्मीद कर रहे हैं कि टीम इस हार से सबक लेकर आगे बेहतर प्रदर्शन करेगी। पुजारा के विचारों ने इस चर्चा को नई दिशा दी है।










