
भारत ने रूस के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने का एक बड़ा कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी नागरिकों के लिए मुफ्त 30 दिन के ई-टूरिस्ट वीज़ा और 30 दिन के ग्रुप टूरिस्ट वीज़ा की घोषणा की है। यह घोषणा रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान की गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह इस नई वीज़ा सुविधा को जल्द ही लागू करने के लिए खुश हैं। उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच सहयोग नए क्षेत्रों में भी विस्तारित हो रहा है।
इसमें चरम जलवायु वाले क्षेत्रों में समुद्री प्रशिक्षण भी शामिल है। दोनों देश अब ध्रुवीय जल में संचालन के लिए भारतीय नाविकों को प्रशिक्षित करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सहयोग न केवल आर्कटिक में हमारे सहयोग को नई ताकत देगा, बल्कि भारत के युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।
ऊर्जा सहयोग भारत-रूस साझेदारी का केंद्रीय स्तंभ बना हुआ है। मोदी ने दशकों से इस सहयोग की निरंतरता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा सुरक्षा भारत-रूस साझेदारी का एक मजबूत और महत्वपूर्ण स्तंभ रही है। नागरिक परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में हमारे दशकों पुराने सहयोग ने स्वच्छ ऊर्जा पर हमारी साझी प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हम इस win-win सहयोग को जारी रखेंगे। प्रधानमंत्री ने महत्वपूर्ण खनिजों में बढ़ते सहयोग की ओर भी इशारा किया।
यह क्षेत्र स्वच्छ technology और आधुनिक विनिर्माण के लिए तेजी से महत्वपूर्ण होता जा रहा है। मोदी ने कहा कि यह सहयोग वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को स्थिर रखने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण खनिजों में हमारा सहयोग दुनिया भर में सुरक्षित और विविध आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह स्वच्छ ऊर्जा, high-tech विनिर्माण और नए युग के उद्योगों में हमारी साझेदारी को ठोस समर्थन प्रदान करेगा।
आगे बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन मुद्दे पर शांति के लिए भारत की वकालत को दोहराया। उन्होंने इस मामले को शांतिपूर्वक सुलझाने के सभी प्रयासों का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने शुरुआत से ही यूक्रेन मुद्दे पर शांति की वकालत की है। हम इस मामले के शांतिपूर्ण और स्थायी समाधान की दिशा में सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। भारत हमेशा अपना योगदान देने के लिए तैयार रहा है और भविष्य में भी ऐसा ही रहेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत और रूस आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में लंबे समय से कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। चाहे वह पहलगाम में आतंकी हमला हो या क्रोकस सिटी हॉल पर कायराना हमला, इन सभी घटनाओं की जड़ एक ही है।
भारत का अटूट विश्वास है कि आतंकवाद मानवता के मूल्यों पर सीधा हमला है और इसके खिलाफ वैश्विक एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में, हमारी दोस्ती हमें वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की ताकत देगी।
और यही विश्वास हमारे साझा भविष्य को समृद्ध करेगा। यह घोषणा दोनों देशों के बीच गहरे और बहुआयामी संबंधों को दर्शाती है।
यह सहयोग पर्यटन से लेकर ऊर्जा और रोजगार तक कई क्षेत्रों को छूता है। यह कदम द्विपक्षीय संबंधों को एक नई गति देने वाला साबित हो सकता है।










