
भारत सरकार के FutureSkills PRIME कार्यक्रम ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस कार्यक्रम से अब तक 15.78 लाख से अधिक उम्मीदवार लाभान्वित हो चुके हैं। यह कार्यक्रम नई और उभरती टेक्नोलॉजी में लोगों के कौशल को बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है।
यह कार्यक्रम नैसकॉम के साथ मिलकर लागू किया गया है। इसका लक्ष्य देश के बढ़ते टेक्नोलॉजी क्षेत्र की मांग को पूरा करने के लिए क्षमता निर्माण करना है।
इसके तहत स्किलिंग, रीस्किलिंग और अपस्किलिंग पर ध्यान दिया जाता है। यह फ्लेक्सिबल अध्ययन के लिए प्रीमियम लर्निंग कंटेंट प्रदान करता है।
कार्यक्रम के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर 500 से अधिक कोर्स उपलब्ध हैं। साथ ही 2000 से ज्यादा डिजिटल फ्लुएंसी पाथवे भी मौजूद हैं।
नवंबर के अंत तक के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 41 प्रतिशत शिक्षार्थी महिलाएं थीं। 85 प्रतिशत शिक्षार्थी टियर 2 और टियर 3 शहरों से आए थे।
सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के केंद्र भी स्थापित किए हैं। इन्हें आईआईएससी बैंगलोर, आईआईटी कानपुर और आईआईटी रोपड़ की अगुवाई में चलाया जा रहा है।
इन केंद्रों का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा, सतत शहर और कृषि जैसे क्षेत्रों में एआई के उपयोग को संबोधित करना है।
इनके कुछ उदाहरणों में दिल्ली में स्वच्छ वायु निगरानी शामिल है। सूरत के लिए एआई आधारित ट्रैफिक और बाढ़ पूर्वानुमान भी एक प्रमुख परियोजना है।
कानपुर में पायलट डिजिटल नगर पालिका प्लेटफॉर्म चल रहा है। पुरानी बीमारियों का पता लगाने के लिए एआई टूल भी विकसित किए जा रहे हैं।
कृषि के क्षेत्र में स्वचालित मौसम स्टेशन, एग्रीएलएलएम और कीट व फसल पहचान उपकरण जैसे तैनाती के उदाहरण हैं।
सरकार का लक्ष्य भारत को सॉफ्टवेयर उत्पादों के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित करना है। इससे घरेलू मांग और सॉफ्टवेयर उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
आईटी क्षेत्र से निर्यात राजस्व 2025 में 224.4 अरब डॉलर अनुमानित है। यह 2024 के 199.5 अरब डॉलर से अधिक है। इस क्षेत्र का कुल राजस्व 2025 में 282.6 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
देश के नए श्रम संहिता से सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के कार्य संस्कृति में बदलाव आने की उम्मीद है। यह नियोक्ता क्षमताओं और कर्मचारी कल्याण दोनों को मजबूत करेगी।
आईटी क्षेत्र के लिए ये सुधार मजदूरी, निश्चित अवधि के रोजगार, वर्क फ्रॉम होम व्यवस्था और कार्यस्थल सुरक्षा मानकों पर स्पष्टता प्रदान करते हैं।
कई राज्यों या परिसरों में काम करने वाली आईटी कंपनियों के लिए नई संहिता अनुपालन की नकल, प्रशासनिक लागत और नौकरशाही में देरी को कम करती है।
FutureSkills PRIME कार्यक्रम देश के डिजिटल भविष्य की नींव मजबूत कर रहा है। यह युवाओं को वैश्विक अवसरों के लिए तैयार करने का एक मजबूत माध्यम साबित हो रहा है।










