
एविएशन रेगुलेटर DGCA ने गुरुवार को इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी Pieter Elbers को तलब किया है। रेगुलेटर ने एयरलाइन की चल रही परिचालन व्यवधानों पर डेटा और अपडेट वाली एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने इंडिगो CEO से परिचालन और यात्री सेवाओं की जानकारी मांगी है। साथ ही नेटवर्क व्यापी बहाली प्रयासों की स्थिति और प्रभावित यात्रियों को दोबारा बैठाने में हुई प्रगति का ब्योरा चाहा है।
रेगुलेटर ने बुजुर्गों, चिकित्सा आवश्यकता वालों और अकेले यात्रा कर रहे नाबालिगों जैसे संवेदनशील यात्रियों को प्राथमिकता देने के उपायों की भी जानकारी मांगी है।
इंडिगो से यह भी पूछा गया है कि बहाली गतिविधियों के समय पर पूरा होने को सुनिश्चित करने के लिए उनकी निगरानी व्यवस्था क्या है।
एयरलाइन को अपनी पायलट और केबिन क्रू भर्ती योजना पर भी अपडेट देना होगा। DGCA ने मौजूदा क्रू स्ट्रेंथ और आने वाले महीनों के लिए भर्ती व प्रशिक्षण पाइपलाइन की जानकारी मांगी है।
रोस्टर की कमी और फ्लाइट ड्यूटी टाइम सीमाओं से जुड़े मुद्दों को रोकने के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी भी रेगुलेटर ने मांगी है।
इंडिगो को रद्द हुई उड़ानों और प्रोसेस किए गए रिफंड की संख्या का डेटा भी देना होगा। सीधे बुकिंग और ऑनलाइन ट्रैवल एजेंट बुकिंग दोनों में रिफंड पूरा करने की समयसीमा भी बतानी होगी।
साथ ही DGCA के सिविल एविएशन आवश्यकताओं के अनुपालन का विवरण भी प्रस्तुत करना होगा।
रेगुलेटर ने देरी से पहुंचे या गलत रूट पर भेजे गए सामान के मामलों का सारांश भी मांगा है। सामान का पता लगाने और वापस करने के लिए उठाए गए कदमों और औसत डिलीवरी समयसीमा की जानकारी चाही है।
इसके साथ ही मुआवजे से संबंधित जानकारी भी DGCA ने मांगी है।
यह कार्रवाई इंडिगो में हाल के दिनों में बढ़ते परिचालन व्यवधानों के बीच आई है। कई उड़ानें रद्द हुई हैं और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।
DGCA की यह पहल यात्री हितों की सुरक्षा और एविएशन सेक्टर में अनुपालन सुनिश्चित करने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। एयरलाइन से मांगी गई विस्तृत जानकारी से स्थिति की स्पष्ट तस्वीर मिलने की उम्मीद है।
इंडिगो के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है जहां उसे अपनी परिचालन चुनौतियों को स्पष्ट रूप से रेखांकित करना होगा। साथ ही भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए एक ठोस कार्ययोजना भी प्रस्तुत करनी होगी।
यात्री सेवाओं में सुधार और विश्वसनीयता बहाल करना अब एयरलाइन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता बन गई है। DGCA की इस कार्रवाई से पूरे उद्योग में अनुपालन के मानकों पर फिर से ध्यान केंद्रित होने की संभावना है।










