
केंद्रीय राज्य मंत्री गृह मामले नित्यानंद राय ने शनिवार को भारत-नेपाल के गहरे और मजबूत होते संबंधों पर प्रकाश डाला। वह सशस्त्र सीमा बल के 47वें बटालियन द्वारा आयोजित बॉर्डर यूनिटी रन 2025 में शामिल हुए, जो बल के 62वें स्थापना दिवस के अवसर पर रक्सौल, बिहार में आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए राय ने कहा कि भारत और नेपाल का रिश्ता समय के साथ और मजबूत हो रहा है। यह संबंध साझा संस्कृति, परंपराओं और लोगों के बीच आपसी जुड़ाव पर आधारित है।
मंत्री ने जोर देकर कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच का रिश्ता औपचारिक राजनयिक संबंधों से कहीं आगे जाता है। यह एक हृदय से जुड़ा हुआ संबंध है जिसे लोगों ने नए सिरे से परिभाषित किया है।
नित्यानंद राय ने प्रतिभागियों के साथ बातचीत में अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, भारत और नेपाल के बीच घनिष्ठ संबंध हैं और यह रिश्ता दिन-ब-दिन मजबूत हो रहा है। हम राष्ट्र के साथ और उसके नागरिकों के लिए काम करते हैं और वे भी भारत के लिए ऐसा ही करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, लोगों ने दोनों राष्ट्रों के बीच के घनिष्ठ संबंध को नए सिरे से परिभाषित किया है। जो कोई भी भारत और नेपाल को अलग-अलग देखता है, वह मूर्ख है। दोनों राष्ट्रों के बीच न तो कोई दीवार है और न ही कोई दरार। हम एक समग्र संबंध साझा करते हैं।
व्यापक राष्ट्रीय दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत काम कर रही है। इसका उद्देश्य देश भर में एकता, एकीकरण और सद्भाव को मजबूत करना है।
उन्होंने कहा, हम 21वीं सदी के भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इसे प्राप्त करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा।
वहीं, सशस्त्र सीमा बल के इंस्पेक्टर जनरल निशित कुमार उज्ज्वल ने बताया कि यह कार्यक्रम भारत-नेपाल सीमा के साथ 74 स्थानों पर आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में युवाओं, एसएसबी कर्मियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इससे सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले समुदायों के उत्साह का पता चलता है। उज्ज्वल ने कहा, एसएसबी अपना 62वां स्थापना दिवस मना रहा है। हम यह कार्यक्रम भारत-नेपाल सीमा पर कुल 74 स्थानों पर आयोजित कर रहे हैं।
इन स्थानों पर बड़ी संख्या में युवा, हमारे एसएसबी कर्मी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। बॉर्डर यूनिटी रन में एसएसबी कर्मियों, स्थानीय युवाओं और जनप्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
यह आयोजन दोनों देशों के बीच सद्भावना और सहयोग के संदेश को मजबूत करने का एक मंच बना। सीमा पर एक साथ दौड़ लगाने का यह प्रयास साझा विरासत और भविष्य की ओर संयुक्त यात्रा का प्रतीक है।
सशस्त्र सीमा बल का यह प्रयास न केवल सीमा सुरक्षा बल के जवानों के उत्साह को दर्शाता है बल्कि स्थानीय समुदायों को भी जोड़ता है। इससे सीमा क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में राष्ट्रीय एकता की भावना और प्रबल हुई है।
कार्यक्रम में शामिल युवाओं ने भारत-नेपाल मैत्री के संदेश को आगे बढ़ाया। उनकी उपस्थिति ने इस बात को रेखांकित किया कि दोनों देशों का भविष्य युवा पीढ़ी के हाथों में सुरक्षित है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी ने इस आयोजन को और अधिक सार्थक बना दिया। उनकी मौजूदगी ने सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास और सहयोग पर चर्चा के नए द्वार खोले।
बॉर्डर यूनिटी रन जैसे आयोजन दो पड़ोसी देशों के बीच विश्वास और सहयोग की नींव को मजबूत करते हैं। यह दर्शाता है कि साझा सीमा विभाजन की रेखा नहीं बल्कि जुड़ाव का सेतु हो सकती है।
सशस्त्र सीमा बल के इस पहल की सराहना सभी स्तरों पर हो रही है। यह बल न केवल सीमा की रक्षा करता है बल्कि सीमा पार के रिश्तों को भी मजबूती प्रदान करता है।
भारत और नेपाल के बीच का यह अटूट बंधन आने वाले समय में और भी प्रगाढ़ होगा। दोनों देशों की जनता की आकांक्षाएं और सपने एक दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं।









