
नई दिल्ली, 18 जुलाई: आम आदमी पार्टी (AAP) ने शुक्रवार को INDIA गठबंधन से खुद को अलग कर लिया। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने साफ किया कि वे अब इस विपक्षी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं और कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व पर सवाल उठाए।
यह बयान INDIA गठबंधन की बैठक से ठीक पहले आया है। यह बैठक शनिवार शाम को ऑनलाइन होनी है, जिसमें देश की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा होगी। संसद का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और लंबे अंतराल के बाद यह गठबंधन फिर से एक साथ विचार-विमर्श करेगा।
संजय सिंह ने पीटीआई वीडियोज़ को बताया, “AAP ने अपना रुख साफ कर दिया है। INDIA गठबंधन सिर्फ 2024 लोकसभा चुनावों के लिए था। हमने दिल्ली और हरियाणा के विधानसभा चुनाव अकेले लड़े। बिहार चुनाव भी हम अकेले लड़ेंगे। पंजाब और गुजरात के उपचुनाव भी हमने बिना किसी के सहयोग से लड़े। AAP अब INDIA का हिस्सा नहीं है। हम लोकसभा में मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाएंगे। हम हमेशा से मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाते आए हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि AAP इस बैठक में शामिल नहीं होगी।
अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके लड़ा था। दिल्ली में यह गठबंधन खाली हाथ रहा, जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लगातार तीसरी बार सभी सीटें जीतीं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए संजय सिंह ने विपक्षी गठबंधन में उसकी भूमिका पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा, “यह कोई बच्चों का खेल नहीं है। क्या लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने कोई बैठक की? क्या INDIA गठबंधन को आगे बढ़ाने की कोई पहल की? कभी अखिलेश यादव, कभी उद्धव ठाकरे तो कभी ममता बनर्जी पर निशाना साधा जाता है। INDIA एकजुट होना चाहिए था। कांग्रेस इस गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है। लेकिन क्या उसने विपक्षी एकजुटता के लिए कोई भूमिका निभाई?”
सरकार के विरोध में AAP की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से सत्ता पक्ष के खिलाफ मजबूती से खड़ी रही है।
उन्होंने कहा, “हम पूरी ताकत से ऐसा करेंगे। INDIA जो चाहे कर सकता है।”
AAP के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक, पार्टी संसद के आगामी सत्र में ऑपरेशन सिंदूर, दिल्ली में झुग्गियों के विध्वंस और बिहार में चल रहे विशेष चुनावी सूची संशोधन जैसे मुद्दों को उठाएगी।
गुजरात के विसावदार विधानसभा उपचुनाव जीतने के बाद अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने कांग्रेस को उनकी पार्टी को हराने के लिए भेजा था।
केजरीवाल ने कहा था, “जब कांग्रेस विफल हुई तो भाजपा ने उसे डांटा भी। INDIA गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए था। अब हमारी तरफ से कोई गठबंधन नहीं है।”