
अनंतनाग (जम्मू और कश्मीर) [भारत], 17 जुलाई (एएनआई): लगातार दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण गुरुवार को पहलगाम और बालटाल बेस कैंप से अमरनाथ यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।
यह निर्णय तब लिया गया जब अधिकारी यात्रा मार्ग पर मरम्मत का काम करने में जुटे हैं, जो लगातार हो रही बारिश के कारण प्रभावित हुआ है। कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर विजय कुमार बिधुरी ने इसकी पुष्टि की।
उन्होंने बताया, “पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण ट्रैक्स पर तत्काल मरम्मत और रखरखाव का काम करना जरूरी हो गया है। इसलिए यह फैसला लिया गया है कि आज दोनों बेस कैंप से होली केव की ओर कोई भी आवाजाही नहीं होगी।”
डिविजनल कमिश्नर ने यह भी बताया कि बालटाल बेस कैंप से श्रद्धालुओं को उतरने की अनुमति दी जाएगी, बशर्ते पर्याप्त सुरक्षा टीमें तैनात हों।
उन्होंने कहा, “हालांकि, पिछली रात पंचतरणी कैंप में रुके यात्रियों को बालटाल की ओर जाने की अनुमति दी जा रही है, जिसके लिए बीआरओ और माउंटेन रेस्क्यू टीम्स की पर्याप्त तैनाती की गई है।”
उन्होंने यह भी बताया कि मौसम की स्थिति के आधार पर यात्रा कल फिर से शुरू होने की उम्मीद है।
कश्मीर के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (डीआईपीआर) के अनुसार, श्री अमरनाथजी यात्रा 2025 के दौरान अब तक 2.47 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने होली केव श्राइन में दर्शन किए हैं।
बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने चल रही अमरनाथ यात्रा के लिए रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं की उम्मीद जताई। उन्होंने अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर उठे सवालों का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, “अमरनाथ यात्रा 9 अगस्त तक जारी रहेगी, और मुझे उम्मीद है कि यह संख्या और बढ़ेगी। एक समय ऐसा था जब पहलगाम हमले के बाद ऐसा लग रहा था कि शायद ही कोई अमरनाथ यात्रा के लिए आएगा। लेकिन हम 2.5 लाख के आंकड़े को छू चुके हैं, और अगर ऐसा ही चलता रहा तो हम आसानी से 3 लाख और 3.5 लाख का आंकड़ा पार कर लेंगे।”
अमरनाथ यात्रा भगवान शिव के दर्शन के लिए होली केव तक की वार्षिक तीर्थ यात्रा है।
दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंची इस पवित्र गुफा की यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई थी और यह 9 अगस्त को समाप्त होगी।