
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज बिहार दौरे पर हैं। वह भाजपा की विधानसभा चुनाव तैयारियों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित करेंगे।
इस दौरान शाह पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे और चुनाव रणनीति पर चर्चा करेंगे। उनकी यह यात्रा चुनाव पूर्व जमीनी तैयारी का हिस्सा है।
शाह रोहतास जिले के देहरी-ऑन-सोने में एक बैठक को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे बेगूसराय जोन में दूसरी बैठक में शामिल होंगे।
इन बैठकों में लगभग 2,000 से 2,500 प्रतिभागी शामिल होने की उम्मीद है। इनमें जिला अध्यक्ष, विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
बिहार इकाई ने राज्य को पांच जोन में बांटा है। शाह का दौरा चुनाव पूर्व इन क्षेत्रों में पार्टी की मौजूदगी मजबूत करने के लिए है।
भाजपा आज से 25 सितंबर तक दरवाजा-दरवाजा अभियान भी चलाएगी। इस दौरान बूथ स्तर के कार्यकर्ता और नेता निवासियों से संवाद करेंगे।
कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं और उनके लाभों पर चर्चा करेंगे। यह अभियान जमीनी स्तर पर जनसमर्थन जुटाने में मददगार होगा।
शाह को बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद ने भी आमंत्रित किया है। उन्हें पटना के बापू ऑडिटोरियम में पुजारियों, संतों और साधुओं के साथ बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
हालांकि इस कार्यक्रम में उनकी भागीदारी की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार इस पर अभी निर्णय लिया जाना बाकी है।
इस महीने की 27 सितंबर को शाह एक और दौर की चर्चा करेंगे। यह बैठक बिहार भाजपा नेताओं के साथ होगी और इसमें सीट शेयरिंग, उम्मीदवार चयन और चुनाव रणनीति पर विचार-विमर्श होगा।
पार्टी के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि भाजपा और उसके सहयोगी इस बार लगभग 225 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। यह एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है।
शाह का यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया बिहार यात्रा के तुरंत बाद आया है। मोदी ने पूर्णिया हवाई अड्डे के नए सिविल एन्क्लेव के अंतरिम टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया था।
उन्होंने 36,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया था। इस कार्यक्रम में राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी भी इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। यह चुनाव पूर्व बिहार के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक बड़ा बढ़ावा था।
भाजपा की इस तैयारी से स्पष्ट है कि पार्टी बिहार चुनाव को गंभीरता से ले रही है। अमित शाह का दौरा इसी दिशा में एक और कदम है।