
हैदराबाद: ‘मुंबईकर’ अमोल मुजुमदार के लिए जीवन ने पूरा चक्र लगा लिया। मुजुमदार, जो एक घरेलू क्रिकेट के दिग्गज रहे, ने कभी भारत का प्रतिनिधित्व नहीं किया, लेकिन उनका सबसे बड़ा पल रविवार रात नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में आया।
अमोल भारतीय महिला टीम के हेड कोच हैं, जिसकी कप्तानी हरमनप्रीत कौर कर रही हैं। इस टीम ने अपना पहला आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जीता है। अमोल ने 2023 में टीम की कमान संभाली थी, और यह उनकी ही टीम थी जिसने देश को यह गौरव दिलाया।
भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में 52 रनों से हराकर खिताब अपने नाम किया। यह मुजुमदार के लिए एक ‘चक दे’ वाला पल था, जिनकी उम्र 11 नवंबर को 50 साल हो जाएगी। उनका जन्मदिन समय से पहले ही आ गया।
भावुक मुजुमदार ने मैच के बाद स्टेडियम में तिरंगा लहराया और खिलाड़ियों को गले लगाया, जिनके साथ उनका अच्छा रिश्ता है।
गौरतलब है कि मुजुमदार ने मुंबई के अलावा आंध्र प्रदेश और असम का भी घरेलू सर्किट में प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने 171 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिनमें 11,167 रन बनाए, जिनमें 30 शतक और 60 अर्धशतक शामिल हैं।
उन्होंने अपने रणजी ट्रॉफी डेब्यू पर 260 रनों की शानदार पारी खेली थी। यह उनके करियर की एक यादगार शुरुआत थी।
आज वह कोच के रूप में टीम को ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं। उनकी कड़ी मेहनत और अनुभव ने टीम को मजबूत बनाया है।
महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। उनकी सफलता युवा कोचों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
टीम की जीत ने पूरे देश में जश्न का माहौल बना दिया। क्रिकेट प्रेमी इस ऐतिहासिक जीत का लुत्फ उठा रहे हैं।
यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गई है। इससे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिलेगी।
अमोल मुजुमदार की कहानी सिखाती है कि सपने देखना और उनके लिए कड़ी मेहनत करना कभी न छोड़ें। सफलता आपके दरवाजे पर जरूर दस्तक देती है।
उनकी इस उपलब्धि ने साबित किया कि कोचिंग में भी महारत हासिल करके बड़ी सफलता पाई जा सकती है। यह खेल जगत के लिए एक मिसाल है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की यह जीत देश के लिए गर्व का क्षण है। इसने महिला खेलों को नई दिशा दी है।
अमोल मुजुमदार का सफर हमें यह दिखाता है कि जुनून और लगन से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। उनकी कहानी प्रेरणादायक है।










