
बिहार विधानसभा चुनाव में गर्मी बढ़ रही है। एनडीए और महागठबंधन दोनों अलग-अलग बैठकें कर सीट बंटवारे पर चर्चा कर रहे हैं।
भाजपा अपने छोटे सहयोगियों के साथ बातचीत में व्यस्त है। विपक्षी गठबंधन एक-दो दिन में अपना सौदा घोषित करने को आशावान है।
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बुधवार को बैठक होगी। पहली उम्मीदवार सूची को तुरंत मंजूरी दी जाएगी।
राहुल गांधी दक्षिण अमेरिका दौरे पर हैं। वे वर्चुअल तरीके से इस बैठक में शामिल होंगे।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस इंडिया ब्लॉक के सीट बंटवारे फॉर्मूले के तहत 243 सदस्यीय विधानसभा में 60-63 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
जीतने वाली सीटों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। चुनाव अभियान रणनीति की समीक्षा भी बैठक में होगी।
मुख्य क्षेत्रों में तैयारियों और सहयोगी दलों के साथ समन्वय पर चर्चा होगी। आरजेडी और वामदलों के साथ मिलकर काम किया जाएगा।
उत्तर बिहार और सीमांचल क्षेत्र में कुछ सीटों को लेकर चुनौतियाँ हैं। सभी दल जल्द सहमति बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
एनडीए भी अपने बंटवारे को अंतिम रूप देने के करीब पहुँच गया है। भाजपा और जेडीयू सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
दोनों दल मिलकर 205 सीटों पर अपना दावा पेश कर रहे हैं। शेष सीटें छोटे सहयोगियों को आवंटित की जाएंगी।
चिराग पासवान की एलजेपी को 25 सीटें दी जा सकती हैं। हम को सात और आरएलएम को छह सीटें मिल सकती हैं।
एलजेपी के साथ बातचीत जारी है। यदि उसका हिस्सा बढ़ता है तो आरएलएम की सीटें कम हो सकती हैं।
छोटे सहयोगियों को राज्यसभा या विधान परिषद की सीटों से भी मुआवजा दिया जा सकता है।
बिहार के सभी शीर्ष एनडीए नेता नई दिल्ली में सीट आवंटन को अंतिम रूप देने के लिए मौजूद हैं।
चुनावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा जारी है। सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।




