
बिहार में नई सरकार के गठन के बाद मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण विभागों को लेकर NDA सहयोगियों के बीच मोलभाव जारी है। सूत्रों के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष का पद BJP के पास ही रहने की संभावना है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गृह विभाग अपने पास रख सकते हैं, भले ही BJP इस पर दबाव बना रही है।
बुधवार को पटना में होने वाली BJP विधायक दल की बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
सूत्र बताते हैं कि स्पीकर पद के लिए BJP के दो प्रमुख नेताओं के नाम पर विचार किया जा रहा है। इनमें से किसी एक का चयन आगामी बैठक में किया जाएगा।
नीतीश कुमार के गृह विभाग संभालने की संभावना से स्पष्ट होता है कि JD(U) महत्वपूर्ण विभागों पर अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती है।
BJP की ओर से गृह विभाग पर दबाव इस बात का संकेत है कि पार्टी महत्वपूर्ण विभागों में अपनी भागीदारी बढ़ाना चाहती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विभागों का बंटवारा गठबंधन सरकार की स्थिरता के लिए अहम होगा।
स्पीकर पद BJP के पास रहने से सदन की कार्यवाही में पार्टी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
गृह विभाग JD(U) के पास रहने से नीतीश कुमार का प्रशासनिक नियंत्रण बना रहेगा।
बिहार में NDA गठबंधन के बीच यह समझौता राज्य की राजनीति में नई दिशा तय करेगा।
आने वाले दिनों में मंत्रिमंडल के गठन और विभागों के बंटवारे पर सभी की नजरें टिकी होंगी।
राजनीतिक हलकों में इस विकास को गठबंधन सरकार की पहली बड़ी परीक्षा माना जा रहा है।










