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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज कुमार झा ने सीट बंटवारे पर महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़े भाई की भूमिका पर सवाल उठाए।
मनोज झा ने कहा कि मैं इसे 142 और 101 के रूप में देख रहा हूं। भाजपा गठबंधन को 142 सीटें मिली हैं जबकि जदयू को केवल 101 सीटें मिली हैं।
उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार लंबे समय से भाजपा को बता रहे थे कि हम बड़े भाई हैं। लेकिन इस भूमिका को उन्हीं के लोगों ने पूरी तरह से नष्ट कर दिया।
एक दिन पहले आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने भी एनडीए में मतभेदों की बात कही थी। उन्होंने दावा किया कि भाजपा जदयू को खत्म कर देगी।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं है। हम पहले से कह रहे हैं कि भाजपा जदयू को समाप्त कर देगी।
उन्होंने बताया कि पहले जदयू बड़े भाई की भूमिका में था। लेकिन अब उसे एक ही स्तर पर ला दिया गया है।
चिराग पासवान और भाजपा ने 130 सीटें ले ली हैं। चुनाव के बाद भाजपा जदयू को खत्म कर मुख्यमंत्री की कुर्सी ले लेगी।
छोटे दलों के साथ हुए व्यवहार पर भी सवाल उठे। जितन बाबू मांझी पंद्रह सीटों की मांग कर रहे थे। उन्हें केवल छह सीटें दी गई हैं।
उपेंद्र कुशवाहा भी बड़ी मांगें कर रहे थे। लेकिन उनका भी यही हाल हुआ। भाजपा ने छोटे दलों को खत्म करने का फॉर्मूला बनाया है।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अब ऐसा लग रहा है कि भाजपा जदयू के खात्मे को मजबूर करेगी।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के वादे का भी जिक्र किया गया। तेजस्वी यादव ने हर परिवार को नौकरी का वादा किया है।
महागठबंधन के सीट बंटवारे पर बात करते हुए कहा गया कि यह जल्द ही घोषित किया जाएगा। सीट बंटवारे का फॉर्मूला लगभग अंतिम हो चुका है।
गठबंधन मजबूत बताया गया और बड़ी जीत की उम्मीद जताई गई। यह सीटों के बारे में नहीं बल्कि जीत के बारे में है।
रविवार को एनडीए ने चुनाव के लिए सीट बंटवारे की घोषणा की। भाजपा और जदयू प्रत्येक 101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
एलजेपी राम विलास को 29 सीटें मिलीं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को छह छह सीटें दी गई हैं।
एनडीए में भाजपा, जदयू, लोक जनशक्ति पार्टी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।