
बिहार विधानसभा चुनाव में धनबल के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए प्रवर्तन एजेंसियों ने बुधवार को शराब, नकदी और अन्य मूल्यवान वस्तुओं की 1.284 करोड़ रुपये की जब्ती की। इसके साथ ही अब तक की कुल जब्ती 37.14 करोड़ रुपये के आंकड़े को छू गई है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि बुधवार को अकेले 78.7 लाख रुपये की शराब और 25 लाख रुपये के नशीले पदार्थ बरामद किए गए।
इसके अलावा 20 लाख रुपये की कीमत के बहुमूल्य धातु और 15 लाख रुपये के उपहार भी जब्त किए गए।
नकदी के मामले में 10 लाख रुपये की राशि बरामद हुई है।
आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक 2.15 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की जा चुकी है।
शराब की जब्ती 16.11 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है जबकि नशीले पदार्थों की कीमत 6.696 करोड़ रुपये आंकी गई है।
बहुमूल्य धातुओं की जब्ती 4.94 करोड़ रुपये तक पहुंची है जबकि अन्य वस्तुओं की कुल कीमत 7.237 करोड़ रुपये है।
नकदी और कीमती सामानों के अलावा राज्य में 221 अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं।
बिहार सीईओ के अनुसार एजेंसियों ने 1,487 कारतूस और पांच विस्फोटक भी जब्त किए हैं।
अवैध हथियार बनाने वाले 14 केंद्रों पर छापेमारी की जा चुकी है।
लाइसेंसी हथियारों में से 33.3 प्रतिशत जमा कराए जा चुके हैं। 798 हथियार लाइसेंस रद्द किए गए हैं और 669 हथियार जब्त किए गए हैं।
जिला प्रशासन, पुलिस, एक्साइज विभाग, आयकर विभाग, नार्कोटिक्स ब्यूरो और फ्लाइंग स्क्वाड टीमों की संयुक्त कार्रवाई जारी है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने सभी जिलों को निगरानी मजबूत करने और हर शिकायत पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
चुनाव आयोग ने सभी प्रवर्तन एजेंसियों को धनबल के इस्तेमाल पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
व्यय पर्यवेक्षक पहले ही तैनात किए जा चुके हैं जो उम्मीदवारों के चुनाव खर्च पर नजर रख रहे हैं।
फ्लाइंग स्क्वाड, निगरानी टीमें और वीडियो निगरानी टीमें चौबीसों घंटे सतर्क हैं।
बिहार में मतदान 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होगा और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।










