
विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश साहनी ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए महागठबंधन गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर चर्चा सहज बताई है। उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं है और पार्टी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी।
शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए मुकेश साहनी ने कहा कि वे हर सीट पर चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि चर्चाएं बहुत सहजता से चल रही हैं। साहनी ने जोर देकर कहा कि उन्हें तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ना है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि महागठबंधन में सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं है। सभी दलों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल बना हुआ है।
एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आरजेडी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के लिए समर्थन नहीं दे रहे हैं।
गिरिराज सिंह ने एएनआई से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव को सुपर पप्पू बना दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद यादव का सपना टूट गया है।
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि तेजस्वी यादव चाटुकारिता करके राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं। लेकिन राहुल गांधी ने उनका नाम तक नहीं लिया।
बिहार चुनाव अक्टूबर या नवंबर में होने की उम्मीद है। हालांकि भारत के चुनाव आयोग ने अभी तक आधिकारिक तिथि की घोषणा नहीं की है।
एनडीए गठबंधन में भाजपा, जदयू और एलजेपी शामिल हैं। यह गठबंधन बिहार में अपना कार्यकाल जारी रखना चाहता है।
वहीं विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं। यह गठबंधन नीतीश कुमार को सत्ता से बाहर करना चाहता है।
वर्तमान बिहार विधानसभा में 243 सदस्य हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पास 131 सदस्य हैं।
भाजपा के 80 विधायक हैं जबकि जदयू के 45 विधायक हैं। हमएस के 4 विधायक हैं और 2 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन के पास 111 सदस्य हैं। आरजेडी के 77 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के 19 विधायक हैं।
सीपीआईएमएल के 11 विधायक हैं जबकि सीपीआईएम और सीपीआई के दो दो विधायक हैं।
महागठबंधन के सदस्य दल चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं। सभी दलों के बीच समन्वय बना हुआ है।
तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन मजबूत दिखाई दे रहा है। सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बनती जा रही है।
बिहार की जनता के सामने एक बार फिर महत्वपूर्ण विकल्प होगा। दोनों गठबंधन अपनी अपनी ताकत दिखाने को तैयार हैं।