
महागठबंधन के घटक दल सोमवार को सीट बंटवारे के गतिरोध को हल करने के लिए विचार-विमर्श करते रहे। इस बीच एनडीए के घटक भाजपा और जदयू अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करने की तैयारी में हैं।
जन सुराज पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची जारी की। यह पार्टी सबसे पहले अपनी उम्मीदवार सूची घोषित कर चुकी है।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है।
महागठबंधन के साथी दल सीट बंटवारे के लिए परस्पर स्वीकार्य फॉर्मूला तैयार करने के लिए बैठकें कर रहे हैं। महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, मुकेश सहानी की विकासशील इंसान पार्टी और वाम दल शामिल हैं।
कांग्रेस नेतृत्व ने अपने बिहार इकाई के नेताओं के साथ चर्चा की है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी संसदीय बोर्ड की अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास पर बैठकें हुई हैं।
बिहार के लिए एआईसीसी इंचार्ज कृष्णा अल्लावारु ने कहा कि सीट बंटवारा फाइनल होने के बाद उम्मीदवार सूची जारी होगी। अल्लावारु ने एएनआई को बताया कि हमारा प्रयास है कि बिहार की जनता को एक अच्छी सरकार मिले।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने रविवार को अपने सीट बंटवारे की व्यवस्था की घोषणा की। भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। लोक जनशक्ति पार्टी 29 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस नेता मनोज कुमार ने महागठबंधन के शीर्ष नेतृत्व से सीट बंटवारे की व्यवस्था जल्द घोषित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने नेताओं पर पूरा भरोसा है।
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर नीतीश कुमार पर तंज कसा। तिवारी ने कहा कि मुझे नीतीश कुमार से सहानुभूति है।
बिहार में मतदान 6 और 11 नवंबर को होगा और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
प्रशांत किशोर की अगुवाई वाली जन सुराज पार्टी ने सोमवार को बिहार की 65 विधानसभा सीटों के लिए अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची जारी की। इस सूची में 19 आरक्षित सीटों और 46 सामान्य सीटों के उम्मीदवार शामिल हैं।
समाजवादी पार्टी ने बिहार चुनाव में बुर्का पहनने वाली महिला मतदाताओं की पहचान के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के बारे में चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों को वापस लेने की मांग की। पार्टी ने कहा कि यह कदम पारदर्शी, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के खिलाफ है।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि यह निर्देश सिर्फ बिहार चुनाव के लिए ही नहीं जारी किया गया है।
पाल ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगियों ने बुर्का पहनने वाली महिलाओं की पहचान की मांग की थी। उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त का निर्देश चुनाव आयोग के नियमों के खिलाफ है।
ज्ञापन में कहा गया कि यह निर्देश एक विशेष समुदाय के मतदाताओं को लक्षित करता है। समाजवादी पार्टी ने कहा कि यह निर्देश असंवैधानिक और लोकतंत्र विरोधी है।
चुनाव आयोग ने पहले कहा था कि बिहार चुनाव के दौरान बुर्का पहनने वाले मतदाताओं की पहचान सत्यापित करने में मदद के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मतदान केंद्रों पर मौजूद रहेंगी।
चुनाव आयोग ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए अधिसूचना जारी की।










