
पटना में राष्ट्रीय जनता दल ने सोमवार को बड़ा फैसला लिया। पार्टी ने 27 नेताओं को दल के विरुद्ध काम करने के आरोप में निष्कासित कर दिया।
इनमें दो विधायक, चार पूर्व विधायक और एक पूर्व एमएलसी शामिल हैं। यह कार्रवाई बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर की गई है।
RJD के राज्य अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि निष्कासित नेता पार्टी की विचारधारा के विरुद्ध काम कर रहे थे।
इन नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया है। यह फैसला अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत लिया गया।
निष्कासित विधायकों में चोटे लाल राय और मोहम्मद कमरान शामिल हैं। चोटे लाल राय परसा से जबकि कमरान गोविंदपुर के विधायक हैं।
पूर्व विधायकों में राम प्रकाश महतो, अनिल साहनी, सरोज यादव और अनिल यादव का नाम शामिल है। पूर्व एमएलसी गणेश भारती को भी निलंबित किया गया।
अन्य प्रमुख नेताओं में ऋतु जायसवाल, अक्षय लाल यादव और राम सखा महतो शामिल हैं। अवनीश कुमार, भगत यादव और मुकेश यादव भी निष्कासित हुए हैं।
संजय राय, कुमार गौरव और राजीव कुशवाहा जैसे नेता भी इस सूची में शामिल हैं। यह सभी महागठबंधन के खिलाफ काम करने के आरोप में निष्कासित किए गए।
एक वरिष्ठ RJD नेता ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ये नेता आधिकारिक तौर पर घोषित उम्मीदवारों के विरुद्ध काम कर रहे थे।
ये उम्मीदवार INDIA गठबंधन और RJD के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता माना है।
बिहार विधानसभा के 243 सदस्यों के लिए चुनाव होने हैं। मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होगा।
चुनाव परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इससे पहले पार्टी ने यह बड़ा फैसला लिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम चुनाव से पहले पार्टी में अनुशासन बनाए रखने के लिए है।
बिहार की राजनीति में यह विकास महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसका चुनावी नतीजों पर प्रभाव देखने को मिलेगा।
चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक दलों में सख्ती देखने को मिल रही है। RJD ने भी इसी कड़ी में कार्रवाई की है।










