
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एक बड़ी राजनीतिक घटना सामने आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JD(U) ने 16 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है। इनमें एक सत्तारूढ़ विधायक और दो पूर्व मंत्री शामिल हैं।
ये सभी नेता आधिकारिक NDA उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी ने शनिवार देर रात और रविवार को दो अलग-अलग संचार जारी कर यह घोषणा की।
इन नेताओं पर ‘असामाजिक गतिविधियों’ और पार्टी की विचारधारा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। यह कदम चुनावी रणनीति का हिस्सा प्रतीत होता है।
निष्कासित नेताओं में भागलपुर जिले के गोपालपुर के सत्तारूढ़ विधायक नरेंद्र निराज उर्फ गोपाल मंडल भी शामिल हैं। गोपाल मंडल अक्सर गलत कारणों से चर्चा में रहते हैं।
हाल ही में जब उन्हें पता चला कि पार्टी उन्हें टिकट नहीं देगी, तो उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना दिया था। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।
गोपाल मंडल पर कुछ महीने पहले सार्वजनिक रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने का मामला दर्ज हुआ था। स्थानीय JD(U) सांसद अजय मंडल ने यह एफआईआर दर्ज कराई थी।
मंडल को उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें पांचवीं बार टिकट देगी। लेकिन जब टिकट आरजेडी से आए बुलो मंडल को मिला, तो गोपाल मंडल ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया।
रविवार के संचार में पूर्व एमएलसी संजीव श्याम सिंह का नाम भी शामिल है। वह प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार के रूप में गया जिले के गुरुअ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
पूर्व मंत्री हिमराज सिंह भी निष्कासन सूची में शामिल हैं। वह कटिहार से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं।
मुजफ्फरपुर के गयाघाट के पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव को भी पार्टी से निकाल दिया गया है। वह 2020 में दूसरे स्थान पर रहे थे।
उनके समर्थक प्रभात किरण को भी पार्टी से बाहर कर दिया गया है। दोनों ने कोमल सिंह को टिकट मिलने पर असंतोष जताया था।
कोमल सिंह के पिता पार्टी के एमएलसी हैं जबकि मां लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) की सांसद हैं। इस पार्टी का नेतृत्व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान कर रहे हैं।
इससे पहले पार्टी ने 11 नेताओं को निकाला था। इनमें पूर्व मंत्री शैलेश कुमार भी शामिल हैं, जो 2020 में मुंगेर के जमालपुर से दूसरे स्थान पर रहे थे।
शैलेश कुमार अब निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में JD(U) के आधिकारिक उम्मीदवार नचिकेता मंडल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। नचिकेता मंडल पूर्व सांसद ब्रह्मानंद मंडल के पुत्र हैं।
यह निष्कासन बिहार की राजनीति में नई उथल-पुथल का संकेत देता है। चुनाव नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
JD(U) का यह कदम पार्टी अनुशासन बनाए रखने की कोशिश दिखता है। सभी निष्कासित नेता विभिन्न विधानसभा सीटों पर अलग-अलग दलों के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।










