
Mahagathbandhan
भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को बिहार के महागठबंधन पर निशाना साधा। पार्टी ने गठबंधन सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर चल रहे गतिरोध पर सवाल उठाए। बीजेपी ने पूछा कि जो दल आपस में सहमति नहीं बना पा रहे, वे राज्य के विकास का सपना कैसे देख सकते हैं।
पार्टी ने आरोप लगाया कि गठबंधन साझेदारों के बीच चल रहा तनाव वंशवादी राजनीति का नतीजा है। महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस और वाम दल जैसे प्रमुख खिलाड़ी शामिल हैं।
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में छोटे सहयोगी भी अपने हिस्से को लेकर चिंता जता रहे हैं। सभी दल अभी तक सर्वसम्मति तक नहीं पहुंच पाए हैं।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि महागठबंधन आंतरिक मतभेदों से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन भ्रम और विरोधाभासों के अपने ही जाल में फंसा हुआ है।
नकवी ने आगे कहा कि गठबंधन साझेदारों के बीच गहरी महत्वाकांक्षाएं और आपसी मतभेद मौजूद हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि इन दरारों को पाटने तक चुनाव समाप्त हो सकते हैं।
बीजेपी प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि समस्या गठबंधन पर हावी वंशवादी मानसिकता में निहित है। उन्होंने कहा कि यह तथाकथित राजनीतिक विरासत के उत्तराधिकारी मानते हैं कि थोड़ा शोर और हाइप उन्हें चुनावी जादू दिखाएगा।
नकवी ने दावा किया कि यह गठबंधन किसी चमत्कार या तूफान की बजाय अपने ही राजनीतिक विनाश की ओर बढ़ रहा है। उनकी यह टिप्पणी गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े करती है।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने भी महागठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने आईएएनएस से कहा कि महागठबंधन के पास बिहार के विकास का कोई विजन नहीं है।
चुग ने पूछा कि जो गठबंधन आंतरिक सहमति तक नहीं बना पा रहा, वह बिहार जैसे बड़े राज्य को स्थिरता, नेतृत्व या विकास कैसे दे सकता है। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन जनता के मुद्दों की बजाय टिकटों और पदों की खींचतान में उलझा हुआ है।
बीजेपी नेता ने कहा कि यही इनकी वास्तविक मानसिकता है और इनके पास बिहार को आगे बढ़ाने का कोई सपना नहीं है। उन्होंने दावा किया कि इनका एकमात्र फोकस जंगल राज है।
चुग ने कहा कि बिहार की जनता ने इस सच्चाई को समझ लिया है। इसलिए जनता एक बार फिर से इन्हें खारिज कर देगी। उनकी यह टिप्पणी गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठाती है।
बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने भी गठबंधन पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन किसी राजनीतिक दल का गठबंधन नहीं है। यह तो परिवारवादी पार्टियों का गठबंधन है।
रूडी ने कहा कि कांग्रेस, आरजेडी और झारखंड मुक्ति मोर्चा सभी परिवार केंद्रित राजनीति पर आधारित हैं। इसीलिए इनके बीच कोई समझौता नहीं हो पा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये दल राजनीतिक सिद्धांतों पर आधारित नहीं हैं।
बीजेपी नेताओं की यह एक सुर में आई टिप्पणियां महागठबंधन की चुनौतियों को उजागर करती हैं। गठबंधन के सामने सीट बंटवारे का मुद्दा एक बड़ी परीक्षा बन गया है।
बिहार की राजनीति में यह गतिरोध चुनावी रणनीतियों को प्रभावित कर सकता है। सभी दल अगले चुनावों की तैयारी में जुटे हुए हैं।
महागठबंधन के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती अपने अंदर की खाई को पाटना है। वंशवादी राजनीति का यह आरोप गठबंधन के लिए एक गंभीर मुद्दा बन गया है।