
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शेहजाद पूनावाला ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आरजेडी प्रमुख तेजस्वी यादव पर पुर्णिया सांसद पप्पू यादव और एनएसयूआई नेता कन्हैया कुमार के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए निशाना साधा। पूनावाला ने राहुल और तेजस्वी को ‘दो नवाब’ कहते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने इन दोनों नेताओं का अपमान किया।
पूनावाला ने एएनआई से बातचीत में कहा, ‘जिस तरह कथित पप्पू (राहुल गांधी) ने कांग्रेस को डुबो दिया, उसी तरह तेजस्वी यादव और कांग्रेस ने कल एक और पप्पू (पप्पू यादव) को रुला दिया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘पप्पू यादव बिहार के एक सम्मानित नेता और सांसद हैं। इस घटना के बाद उन्होंने भावुक होकर एक इंटरव्यू में कहा था कि वे इस अपमान को पचा लेंगे।’
यह घटना तब हुई जब पप्पू यादव और कन्हैया कुमार ने महागठबंधन के विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव वाली वैन में चढ़ने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया।
इस घटना के वीडियो सामने आए हैं जिसमें दिखाया गया है कि कैसे कन्हैया कुमार और पप्पू यादव को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ वैन में बैठने से रोका गया। इससे गठबंधन के भीतर मतभेदों की अटकलें तेज हो गई हैं।
यह विरोध प्रदर्शन चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची के विशेष संशोधन के फैसले के खिलाफ INDIA विपक्षी गठबंधन द्वारा आयोजित किया गया था।
इस मौके पर राहुल गांधी ने चेतावनी दी कि महाराष्ट्र में देखे गए चुनावी धांधली के तरीके को बिहार में दोहराया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘जिस तरह महाराष्ट्र चुनाव में वोट चोरी हुई, वैसा ही प्रयास बिहार में किया जा रहा है।’
गांधी ने महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच मतदाताओं की संख्या में वृद्धि पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी नए वोट भाजपा को मिले। उन्होंने दावा किया कि लोकसभा में बहुमत मिलने के बावजूद महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में INDIA गठबंधन का खराब प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद डेटा की गहन समीक्षा की गई तो संदिग्ध मतदान पैटर्न सामने आए।
राहुल गांधी ने बिहार बंध रैली में कहा, ‘लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए। लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन को महाराष्ट्र में बहुमत मिला था। लेकिन कुछ महीने बाद ही विधानसभा चुनाव में गठबंधन का प्रदर्शन खराब रहा। हमने तब ज्यादा कुछ नहीं कहा, लेकिन इस मामले पर काम शुरू कर दिया। 21वीं सदी डेटा की सदी है, इसलिए हमने डेटा का अध्ययन शुरू किया। जांच पर पता चला कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच लगभग एक करोड़ नए मतदाता जोड़े गए थे। विधानसभा चुनाव में 10 फीसदी ज्यादा लोगों ने वोट डाला। जब हमने इन नए मतदाताओं के बारे में जानकारी जुटाई तो हैरान रह गए। हर उस निर्वाचन क्षेत्र में जहां मतदाताओं की संख्या बढ़ी, भाजपा जीती। सारे नए वोट भाजपा को मिले।’