
पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं।
कृष्णम ने दावा किया कि यदि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बने तो वे बिहार में शरिया कानून लागू कर देंगे। उन्होंने यह बयान हापुर, उत्तर प्रदेश में दिया।
उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव भूल गए हैं कि मुख्यमंत्री का चुनाव जनता करती है। पार्टी केवल एक उम्मीदवार का चयन करती है।
इस बीच, तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी बिहार को धोखा देने आ रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने पटना में मीडिया से बातचीत में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि महज दौरे और रैलियाँ जमीनी हकीकत नहीं बदल सकतीं।
उन्होंने कहा, ‘चुनाव के लिए सभी को आना होता है। महज उनके आने से क्या फर्क पड़ेगा? सभी जानते हैं कि वह बिहार को धोखा देने आ रहे हैं।’
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के विकास के रिकॉर्ड पर सवाल उठाए। उन्होंने बिहार को केंद्रीय आवंटन में पारदर्शिता की माँग की।
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री से केवल यह जानना चाहते हैं कि आपने 11 साल में गुजरात को क्या दिया और बिहार को क्या दिया। बस हिसाब दिखा दीजिए, हमें बस इतना ही चाहिए।’
उन्होंने आगे कहा, ‘बताइए कि पिछले वर्षों में गुजरात को कितना मिला और बिहार को कितना मिला।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्टूबर को बिहार दौरे पर हैं। भाजपा के राज्य अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इसकी पुष्टि की है।
पीएम मोदी मुजफ्फरपुर और छपरा में दो कार्यक्रमों में भाग लेंगे। यह भाजपा की विधानसभा चुनाव अभियान का हिस्सा है।
बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को होगा। दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
आगामी चुनावी मुकाबला एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच होगा। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए में जदयू भी शामिल है।
इंडिया गठबंधन का नेतृत्व राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव कर रहे हैं। यह गठबंधन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हराना चाहता है।
नीतीश कुमार एनडीए के नेता हैं। बिहार में राजनीतिक माहौल गर्म है। दोनों गठबंधन चुनावी रणनीति पर काम कर रहे हैं।
चुनाव नतीजे राज्य की राजनीतिक दिशा तय करेंगे। सभी दल मतदाताओं का समर्थन हासिल करने में जुटे हैं।










