
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी पर जमकर आग उगली। यह तीखी प्रतिक्रिया बिहार कांग्रेस द्वारा साझा किए गए एक AI जनरेटेड वीडियो के जवाब में आई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन मोदी को दिखाया गया था। BJP ने इस वीडियो को राजनीतिक रूप से प्रेरित हमला बताया।
यह घटना बिहार के दरभंगा में हुए एक ताजा मामले के ठीक बाद सामने आई। वहां कांग्रेस के मंच से वोटर अधिकार यात्रा के दौरान हीराबेन मोदी के खिलाफ अपमानजनक नारे लगाए गए थे।
BJP ने कहा कि कांग्रेस ने सभी हदें पार कर दी हैं। पार्टी के प्रवक्ताओं ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की और इसे नैतिकता के स्तर से नीचे का राजनीतिक हथकंडा बताया।
कांग्रेस के बिहार इकाई द्वारा साझा किए गए इस वीडियो ने राजनीतिक हलकों में तूफान ला दिया। AI तकनीक का इस्तेमाल करके बनाए गए इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया।
BJP ने इसे प्रधानमंत्री के परिवार के खिलाफ सुनियोजित हमला बताया। पार्टी ने कहा कि यह घटना राजनीतिक सभ्यता के लिए एक black chapter है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला आने वाले चुनावों में गरमा सकता है। AI generated content का राजनीतिक दुरुपयोग एक नई चिंता का विषय बन गया है।
BJP ने कांग्रेस leadership से जवाबदेही तय करने की मांग की। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की।
दूसरी ओर, कांग्रेस ने अभी तक इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, बिहार कांग्रेस के कुछ नेताओं ने इसे निजी initiative बताया है।
यह पहली बार नहीं है जब AI technology का राजनीतिक दुरुपयोग हुआ है। पिछले कुछ समय में deepfake videos को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं।
राजनीतिक दलों को technology के ethical use के बारे में सोचने की जरूरत है। ऐसे हथकंडे लोकतंत्र के लिए healthy नहीं हैं।
BJP के कई नेताओं ने social media पर इस मामले को उठाया। उन्होंने कांग्रेस की नैतिकता पर सवाल उठाए और जनता से support की अपील की।
राजनीतिक debate में personal attacks की यह culture चिंताजनक है। नेताओं के परिवारों को राजनीतिक विवादों से बाहर रखना चाहिए।
इस मामले ने एक बार फिर technology के दुरुपयोग पर debate शुरू कर दी है। सरकार को ऐसे मामलों के लिए stricter guidelines बनाने की जरूरत है।
AI technology के बढ़ते use के साथ, ऐसे incidents को रोकने के लिए नए rules की आवश्यकता है। सभी राजनीतिक दलों को इस पर consensus बनाना चाहिए।
यह घटना भारतीय राजनीति में ethical boundaries के महत्व को रेखांकित करती है। Technology का सही इस्तेमाल ही democracy को मजबूत कर सकता है।