
भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि खड़गे ने एक बार बिहार को ‘छोटा-मोटा’ राज्य कहा था।
त्रिवेदी ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि बिहार ने प्राचीन काल से भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बीजेपी नेता ने खड़गे की पार्टी के भीतर उनके अधिकार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि खड़गे कर्नाटक में नेतृत्व के बारे में फैसला हाई कमांड पर छोड़ देते हैं।
इससे साफ जाहिर होता है कि पार्टी अध्यक्ष हाई कमांड नहीं हैं। यह बात त्रिवेदी ने मजाकिया अंदाज में कही।
त्रिवेदी ने तेजस्वी यादव का जिक्र करते हुए कहा कि खड़गे उनका समर्थन कर रहे हैं। जबकि तेजस्वी ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव को तस्वीर से हटा दिया है।
बीजेपी सांसद ने कांग्रेस और आरजेडी के बीच समानताएं बताईं। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेता युवा नेताओं की अनुशासनहीनता के शिकार हैं।
त्रिवेदी ने कहा कि उन्हें इन नेताओं से पूरी सहानुभूति है। लेकिन बिहार की जनता सच्चाई को समझती है।
इससे पहले खड़गे ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा था कि पीएम मोदी नीतीश कुमार को गायब करने की चाल चल रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी के रोड शो में नीतीश कुमार की अनुपस्थिति पर सवाल उठाए थे।
खड़गे ने कहा था कि रैली में भी नीतीश कुमार कहीं नजर नहीं आए। भाजपा ने उन्हें इतना गायब कर दिया कि मुख्यमंत्री के रूप में उनका जिक्र तक नहीं किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी एक चाल चल रहे हैं। वह नीतीश कुमार को अदृश्य बना रहे हैं।
खड़गे ने नीतीश कुमार के लंबे कार्यकाल पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार नौ बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आप सौ बार शपथ ले लें, लेकिन बिहार के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने एनडीए पर बिहार को बर्बाद करने का आरोप लगाया।
खड़गे ने शिक्षा को नष्ट करने और रोजगार को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एनडीए ने एक करोड़ नौकरियों के झूठे वादे कर जनता को गुमराह किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने राजा पाकार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने जंगल राज खत्म न कर पाने पर सवाल उठाए।
खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। वह अपने किसी शिष्य को कुर्सी पर बिठा देंगे।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए मतदान 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होगा। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।










