
नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय (MEA) ने सोमवार को बताया कि ब्राज़ील ने भारत की रक्षा क्षमताओं में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। ब्राज़ील भारत के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए Akash एयर डिफेंस सिस्टम, Garuda आर्टिलरी गन, सुरक्षित संचार प्रणाली और ऑफशोर पेट्रोल वेसल्स जैसी तकनीकों में साझेदारी चाहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2 जुलाई से शुरू हो रहे पांच देशों के दौरे से पहले MEA के सेक्रेटरी (ईस्ट) पी कुमारन ने बताया कि ब्राज़ील ने संयुक्त अनुसंधान, तकनीक साझाकरण और प्रशिक्षण के आदान-प्रदान पर चर्चा का इरादा जताया है। दक्षिण अमेरिकी देश ने संयुक्त उद्यम और सह-विकास के प्रस्ताव भी रखे हैं।
कुमारन ने कहा, “ब्राज़ील को युद्धक्षेत्र के लिए सुरक्षित संचार प्रणालियों, तटीय निगरानी प्रणालियों और Scorpène पनडुब्बियों के रखरखाव में भी दिलचस्पी है।”
भारत में विकसित Akash सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली ने पाकिस्तानी ड्रोन हमलों को नाकाम करने में अहम भूमिका निभाई है। 8 और 9 मई की दरमियानी रात को भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से किए गए कई ड्रोन हमलों को विफल किया था।
Akash एयर डिफेंस सिस्टम मीडियम रेंज की प्रणाली है जो मोबाइल, सेमी-मोबाइल और स्थिर बलों को कई हवाई खतरों से बचाती है। इसकी क्रॉस-कंट्री मोबिलिटी और एडवांस्ड फीचर्स इसे खास बनाते हैं।
रक्षा सहयोग के अलावा, परमाणु सहयोग भी चर्चा के एजेंडे पर है। दोनों देश हरित ऊर्जा स्रोतों की ओर बढ़ना चाहते हैं। कुमारन ने कहा, “परमाणु सहयोग में दोनों पक्षों की रुचि है।”
प्रधानमंत्री मोदी 5 से 8 जुलाई तक ब्राज़ील का दौरा करेंगे जहाँ वे 17वें BRICS शिखर सम्मेलन 2025 में हिस्सा लेंगे। राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा के निमंत्रण पर ब्रासीलिया में द्विपक्षीय वार्ता भी होगी। इस दौरान व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, कृषि, स्वास्थ्य और लोगों से लोगों के जुड़ाव जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
MEA के इकॉनोमिक रिलेशन्स सेक्रेटरी दम्मू रवि ने BRICS शिखर सम्मेलन के नेताओं की घोषणा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छह महीने से शेरपा और सूस-शेरपा स्तर पर वार्ताएँ चल रही हैं और भारत को पूरा विश्वास है कि एक सफल घोषणा होगी।