
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चक्रवात मोंथा को लेकर लाल अलर्ट जारी किया है। यह गंभीर चक्रवाती तूफान आज भूमि से टकराने वाला है।
बंगाल की खाड़ी में बना यह चक्रवात 27 अक्टूबर की रात 11:30 बजे 14 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 83.5 डिग्री पूर्वी देशांतर पर केंद्रित था।
चक्रवात मोंथा की अधिकतम रफ्तार 90-100 किमी प्रति घंटा है। यह 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
यह चक्रवात मछलीपट्टम से 280 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। काकीनाडा से इसकी दूरी 360 किमी दक्षिण-पूर्व है।
विशाखापट्टनम से चक्रवात 410 किमी दक्षिण में है। गोपालपुर से इसकी दूरी 610 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम है।
आईएमडी ने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और ओडिशा के लिए मौसम चेतावनी जारी की है। छत्तीसगढ़ और केरल भी इसकी जद में हैं।
28 अक्टूबर को रायलसीमा, तमिलनाडु और केरल में भारी बारिश का अनुमान है। तटीय कर्नाटक और माहे में भी मूसलाधार बारिश होगी।
तटीय आंध्र प्रदेश और यानम में 30 अक्टूबर तक भारी बारिश जारी रहेगी। तेलंगाना और ओडिशा में भी यही स्थिति बनी रहेगी।
चक्रवात मोंथा 28 अक्टूबर की शाम या रात को भूमि से टकराएगा। यह ओडिशा के मलकानगिरी से 200 किमी दूर तट से टकराएगा।
आंध्र प्रदेश के काकीनाडा के पास, मछलीपट्टम और कालिंगापट्टनम के बीच यह चक्रवात टकराएगा। इसके प्रभाव से तटीय इलाकों में जलभराव की आशंका है।
आईएमडी के मुताबिक, खगोलीय ज्वार से 1 मीटर ऊंची समुद्री लहरें उठ सकती हैं। तटीय आंध्र प्रदेश और यानम के निचले इलाके डूब सकते हैं।
आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक के निचले इलाकों में अचानक बाढ़ का खतरा है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
तेलंगाना के कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। कोमुरम भीम असिफाबाद, मंचेरियल और पेद्दापल्ली में तूफानी हवाएं चलेंगी।
खम्मम, वारंगल और हनुमकोंडा जिलों में 40-50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। बिजली गिरने और आंधी का खतरा है।
पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड और बिहार में भी इस चक्रवात के प्रभाव देखे जा सकते हैं। इन राज्यों में भी मौसम खराब रहेगा।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है।










