
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को E20 इथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल की आलोचना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि एक भुगतानी सोशल मीडिया अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान उन्हें राजनीतिक रूप से निशाना बनाने के लिए है।
गडकरी ने ऑटोमोबाइल उद्योग निकाय सियाम के वार्षिक सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया अभियान भुगतानी था और यह मुझे राजनीतिक रूप से टारगेट करने के लिए था। इसमें कोई तथ्य नहीं है, सब कुछ स्पष्ट है।
उन्होंने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक जनहित याचिका को खारिज करने से सब कुछ स्पष्ट हो गया है। गडकरी ने कहा कि पेट्रोल में इथेनॉल सम्मिश्रण आयात पर निर्भरता कम करने के लिए महत्वपूर्ण है।
सियाम और प्रमुख वाहन अनुसंधान संगठन अराई ने पेट्रोल में इथेनॉल सम्मिश्रण पर अपने निष्कर्ष साझा किए हैं। भारत के इथेनॉल कार्यक्रम ने किसानों की मदद की है।
मक्का से बने इथेनॉल की वजह से किसानों को अब बेहतर कीमत मिल रही है। इसके परिणामस्वरूप किसानों को 45,000 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है।
बाद में, दो और कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए गडकरी ने इथेनॉल और अन्य वैकल्पिक ईंधन के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे न केवल देश का विदेशी मुद्रा भंडार बचेगा बल्कि वायु प्रदूषण भी कम होगा।
गडकरी देश के शीर्ष बस ऑपरेटरों की इकाई बोसी और चीनी उद्योग निकाय इस्मा के कार्यक्रमों में बोल रहे थे। उन्होंने सरकार की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
सरकार इथेनॉल जैसे वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करने वाले निर्माण उपकरणों के उत्पादन और उपयोग के लिए कुछ प्रोत्साहन देने पर विचार कर रही है। यह कदम पर्यावरण के अनुकूल तकनीक को बढ़ावा देगा।
इथेनॉल कार्यक्रम ने कृषि क्षेत्र को नई ताकत दी है। किसानों की आय बढ़ाने में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गडकरी ने जोर देकर कहा कि इथेनॉल सम्मिश्रण देश के लिए एक जरूरी कदम है। यह ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा।
उन्होंने सभी हितधारकों से इस initiative को सफल बनाने के लिए सहयोग करने का आग्रह किया। सरकार इस दिशा में निरंतर काम कर रही है।
वैकल्पिक ईंधन के उपयोग से देश की economy को मजबूती मिलेगी। यह sustainable development की दिशा में एक बड़ा कदम है।
गडकरी के अनुसार, इथेनॉल कार्यक्रम के कई लाभ हैं। यह किसानों, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था तीनों के लिए फायदेमंद है।
सरकार की नीतियों का उद्देश्य देश को energy के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है। इथेनॉल blending इस दिशा में एक महत्वपूर्ण initiative है।