
भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। यह जीत भारत के लिए इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ तीसरी जीत थी और उनकी शानदार अनबीटन रन को पूरा किया।
पाकिस्तान की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआत अच्छी की। साहिबजादा फरहान और फखर जमान ने शुरुआती 84 रन की साझेदारी से टीम को मजबूत आधार दिया।
लेकिन यह साझेदारी टूटने के बाद पाकिस्तान की पारी बिखर गई। आखिरी नौ विकेट महज 33 रन पर गिरे और टीम 146 रन पर ऑल आउट हो गई।
भारत के लिए कुलदीप यादव ने शानदार गेंदबाजी करते हुए चार विकेट झटके। उन्होंने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को पूरी तरह उलझा कर रख दिया।
वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल ने भी दो-दो विकेट लेकर पाकिस्तान की पारी को तहस-नहस करने में अहम भूमिका निभाई। जसप्रीत बुमराह ने भी दो विकेट अपने नाम किए।
पाकिस्तान की टीम ने पावरप्ले में 45 रन बनाए थे। फरहान ने 57 रन की शानदार पारी खेली जबकि फखर ने 46 रन बनाए।
लेकिन एक बार फरहान आउट होने के बाद पाकिस्तान की पारी पूरी तरह से धराशायी हो गई। उनके पास पांच गेंदें बची थीं जब आखिरी विकेट गिर गया।
जवाब में भारत ने भी शुरुआत में कुछ विकेट गंवाए। लेकिन तिलक वर्मा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 69 रन बनाए।
शिवम दूबे ने 33 रन की मददगार पारी खेलकर तिलक का साथ दिया। दोनों ने मिलकर भारत को जीत के करीब पहुंचाया।
भारत ने लक्ष्य को दो गेंदें शेष रहते हासिल कर लिया। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया।
भारत की टीम हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति में भी मजबूत दिखी। गेंदबाजों ने शानदार तालमेल दिखाया और बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी से काम लिया।
यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल में भी दबाव में अच्छा खेल दिखाया।
पाकिस्तान की टीम के लिए यह मैच एक बड़ी निराशा थी। शुरुआती अच्छी शुरुआत के बावजूद वे मैच को अपने पक्ष में नहीं मोड़ सके।
भारतीय टीम का यह प्रदर्शन आने वाले विश्व कप के लिए एक अच्छा संकेत है। टीम में नए और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन तालमेल देखने को मिला।
कुलदीप यादव की गेंदबाजी और तिलक वर्मा की बल्लेबाजी ने मैच का रुख भारत के पक्ष में कर दिया। टीम ने पूरे आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए जीत हासिल की।