
Nepal
भारत ने नेपाल में चल रहे संकट पर गहरी चिंता जताई है। भारत सरकार ने सभी पक्षों से संयम बरतने और मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी करके कहा कि वह नेपाल में हो रहे घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रखे हुए है। मंत्रालय ने कई युवाओं की जान जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया।
बयान में कहा गया, “हम कल से नेपाल में हो रहे विकास पर नजर रख रहे हैं और कई युवाओं की जान जाने से deeply saddened हैं।”
शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई।
भारत सरकार ने सभी हितधारकों से शांतिपूर्ण तरीके और बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने का आह्वान किया।
इसके साथ ही एक travel advisory भी जारी की गई। इसमें भारतीय नागरिकों से नेपाल की यात्रा टालने का अनुरोध किया गया।
यात्रा तब तक स्थगित कर देनी चाहिए जब तक हालात सामान्य न हो जाएं।
विदेश मंत्रालय ने नेपाल में मौजूद भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी। स्थानीय प्राधिकरणों के निर्देशों का पालन करने को कहा गया।
इस संकट का असर हवाई यात्रा पर तुरंत देखने को मिला। दिल्ली और काठमांडू के बीच उड़ानें रद्द कर दी गईं।
एयर इंडिया, इंडिगो, नेपाल एयरलाइंस और स्पाइसजेट ने अपनी उड़ानें cancel कर दीं।
एविएशन analytics फर्म सिरियम के अनुसार, इस महीने भारत और काठमांडू के बीच 208 weekly flights scheduled थीं।
इनमें एयर इंडिया की 84 और इंडिगो की 50 उड़ानें शामिल थीं।
एयर इंडिया ने मंगलवार को कई services को cancel करने की घोषणा की। कंपनी ने passenger safety को अपनी top priority बताया।
एक प्रवक्ता ने कहा, “हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और आगे के updates साझा करेंगे।”
यह स्थिति दोनों देशों के बीच यात्रा करने वाले लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही है।
भारत सरकार की यह प्रतिक्रिया द्विपक्षीय संबंधों में नेपाल के महत्व को दर्शाती है।
शांति और स्थिरता बहाल होने की उम्मीद की जा रही है ताकि normalcy लौट सके।