
बेंगलुरु: भारत अब अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स की दुनिया में एक बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) के प्रवक्ता और वर्ल्ड एथलेटिक्स के उपाध्यक्ष अदिल सुमरीवाल्ला ने रविवार को घोषणा की कि भारत 2029 और 2031 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए रणनीतिक बोली लगाएगा।
वर्ल्ड एथलेटिक्स, जो इस खेल का वैश्विक नियामक निकाय है, सितंबर 2026 में इन दोनों संस्करणों के मेजबान देशों की घोषणा करेगा। सदस्य देशों के लिए रुचि दर्ज कराने की अंतिम तिथि 1 अक्टूबर 2025 है।
सुमरीवाल्ला ने पीटीआई को बताया, “हम 2029 और 2031 चैंपियनशिप के लिए रणनीतिक बोली लगा रहे हैं। दोनों संस्करणों के मेजबान एक साथ चुने जाएंगे और हमें जो भी संस्करण मिलता है, वह ठीक रहेगा।”
वह यहां नीरज चोपड़ा क्लासिक के पहले संस्करण में हिस्सा लेने आए थे, जिसे भारत के ओलंपिक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने जीता था।
वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 1 अप्रैल 2026 है। इसके बाद 5 अगस्त 2026 तक अंतिम बोली जमा की जानी है।
भारत की 2036 ओलंपिक की मेजबानी की इच्छा के मद्देनजर AFI ने कई बड़े आयोजनों के लिए बोली लगाने का फैसला किया है। पहले फेडरेशन ने केवल 2029 चैंपियनशिप पर ध्यान केंद्रित किया था, लेकिन अब 2031 के लिए भी बोली लगाने की योजना बनाई गई है।
इसकी एक बड़ी वजह यह है कि 2025 और 2027 की चैंपियनशिप एशिया में हो रही हैं। 2025 की प्रतियोगिता टोक्यो में और 2027 की बीजिंग में होगी। ऐसे में भारत के लिए 2031 का आयोजन हासिल करना आसान हो सकता है।
भारत ने 2028 जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भी रुचि दर्ज करा दी है। वर्ल्ड एथलेटिक्स इसके साथ ही 2030 जूनियर चैंपियनशिप के मेजबानों की भी घोषणा करेगा।
सुमरीवाल्ला ने यह भी बताया कि भारत अगले दो संस्करणों के बाद वर्ल्ड एथलेटिक्स रिले के लिए भी बोली लगाएगा। 2026 की रिले चैंपियनशिप बोत्सवाना और 2028 की बहामास में होगी।
भारतीय एथलेटिक्स के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है। नीरज चोपड़ा जैसे खिलाड़ियों की सफलता और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी की इच्छा देश को वैश्विक एथलेटिक्स मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिला सकती है।