
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में भारी बारिश के लिए लाल अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी इन इलाकों में होने वाली मूसलाधार बारिश की संभावना को दर्शाती है।
गुजरात और महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्सों के लिए नारंगी अलर्ट भी जारी किया गया है। यह इन क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश की आशंका को दर्शाता है।
इसके विपरीत, दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश होने की संभावना नहीं है। नागपुर और उससे सटे क्षेत्रों में भी मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।
आईएमडी ने तटीय केरल, अरुणाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में साफ मौसम की भविष्यवाणी की है।
मानसून देश के कई हिस्सों से लौटना शुरू हो चुका है। यह जम्मू-कश्मीर, पंजाब और उत्तराखंड से पीछे हट चुका है।
दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों से भी मानसून की वापसी शुरू हो गई है।
आईएमडी का अनुमान है कि मानसून 15 अक्टूबर तक पूरे भारत से पूरी तरह से लौट जाएगा। इसके बाद सर्दियों के मौसम का आगमन होगा।
दिल्ली के मौसम की बात करें तो रविवार को अधिकतम तापमान 38.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 2.9 डिग्री अधिक था।
न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से लगभग 4.9 डिग्री अधिक था। सोमवार के लिए आईएमडी ने साफ आसमान का पूर्वानुमान जताया है।
सोमवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक रविवार शाम 4 बजे 131 दर्ज किया गया। यह मध्यम श्रेणी में आता है।
आईएमडी ने उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के लिए पीला अलर्ट जारी किया है। यह हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी देता है।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, असम और सिक्किम के कुछ हिस्से भी पीले अलर्ट के दायरे में हैं।
आने वाले दिनों के पूर्वानुमान के मुताबिक, 30 सितंबर को सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश जारी रह सकती है। इन क्षेत्रों के लिए नारंगी अलर्ट जारी है।
उत्तर भारत में साफ आसमान रहने की उम्मीद है। 2 अक्टूबर को पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है।
देश के अन्य हिस्सों में मौसम की स्थिति ज्यादातर शुष्क रहेगी। आने वाले दिनों में पूरे भारत में बारिश की गतिविधि में कमी आने की संभावना है।
उत्तर भारत में तापमान अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से गिरना शुरू होने की उम्मीद है। यह सर्दियों के आगमन का संकेत देगा।