
Indian Passport ने हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में बड़ी छलांग लगाई है। इस साल भारत 8 पायदान चढ़कर 77वें स्थान पर पहुंच गया है। यह एक साल में भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए अब तक की सबसे बड़ी छलांग है। अब भारतीय नागरिक 59 देशों में या तो बिना वीजा के या वीजा ऑन अराइवल के साथ यात्रा कर सकते हैं, जो पहले के मुकाबले दो और देश ज्यादा हैं। सिंगापुर इस सूची में पहले स्थान पर बना हुआ है, जहां का पासपोर्ट धारक 195 देशों में वीजा-फ्री यात्रा कर सकता है। हेनली पासपोर्ट इंडेक्स दुनिया के पासपोर्ट्स को वीजा-फ्री या वीजा ऑन अराइवल एक्सेस देने वाले डेस्टिनेशन्स की संख्या के आधार पर रैंक करता है।
एशिया में भारतीय पासपोर्ट धारक थाईलैंड, मलेशिया, मालदीव, भूटान, नेपाल, इंडोनेशिया, हांगकांग, फिलीपींस (14 दिन वीजा-फ्री), मकाओ, म्यांमार (वीजा ऑन अराइवल) और श्रीलंका (वीजा ऑन अराइवल) जैसे देशों में यात्रा कर सकते हैं। अफ्रीका में केन्या, सेनेगल और गाम्बिया ऐसे देश हैं जहां भारतीयों को वीजा-फ्री एंट्री मिलती है। फिजी, माइक्रोनेशिया, समोआ, वानुअतु, नीयू आइलैंड, किरिबाती, बारबाडोस, डोमिनिका, ग्रेनेडा, हैती, जमाइका और ट्रिनिडाड एंड टोबैगो जैसे देश भी भारतीयों के लिए आसान एक्सेस प्रदान करते हैं।
जहां सिंगापुर टॉप पर है, वहीं जापान और दक्षिण कोरिया इस इंडेक्स में दूसरे स्थान पर हैं। फ्रांस, जर्मनी और इटली समेत सात यूरोपीय देशों ने तीसरा स्थान साझा किया है। अमेरिका, जो कभी टॉप पर हुआ करता था, अब 10वें स्थान पर है और आइसलैंड व लिथुआनिया के साथ बराबरी पर है।
सऊदी अरब ने 2025 में सबसे ज्यादा गेन किया है, जिसने जनवरी से चार नए डेस्टिनेशन जोड़े हैं और अब 91 देशों में एक्सेस देता है। अफगानिस्तान सबसे नीचे है जहां के पासपोर्ट धारक सिर्फ 25 देशों में वीजा-फ्री यात्रा कर सकते हैं।
भारतीय पासपोर्ट की यह उछाल देश के बढ़ते वैश्विक प्रभाव और डिप्लोमैटिक रिश्तों को दर्शाती है। विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए यह एक अच्छी खबर है, क्योंकि अब उन्हें ज्यादा देशों में यात्रा करने के लिए वीजा की जटिल प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। सरकार की तरफ से पासपोर्ट पावर बढ़ाने के लिए लगातार कूटनीतिक प्रयास किए जा रहे हैं जिनका नतीजा इस रैंकिंग में दिखाई दे रहा है।